82 गांवों में 106 जलस्त्रोतों का अधिग्रहण

वाशिम. जिले में प्रतिवर्ष गर्मी के दिनों में पानी की समस्या निर्माण होती है़ इसे दूर करने के लिए अनेक कार्य किए जाते हैं लेकिन अभी तक पानी समस्या का प्रश्न हल नहीं हो सका़ अप्रैल समाप्त हो गया लेकिन

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वाशिम. जिले में प्रतिवर्ष गर्मी के दिनों में पानी की समस्या निर्माण होती है़ इसे दूर करने के लिए अनेक कार्य किए जाते हैं लेकिन अभी तक पानी समस्या का प्रश्न हल नहीं हो सका़ अप्रैल समाप्त हो गया लेकिन गांवों में जलापूर्ति योजना कार्यान्वित नहीं हो सकी़ केवल 82 गांवों में 106 जलस्त्रोतों का अधिग्रहण किया गया़ जिससे संबंधित गांवों के नागरिकों को पानी समस्या का सामना करना पड़ रहा है़ प्रतिवर्ष पानी समस्या हल करने के लिए प्रशासन विभिन्न योजनाओं पर लाखों रु. खर्च किए जाते है़ इसमें हैडपंप दुरुस्ती, नए विंधन कुए़, टैन्कर से जलापूर्ति, निजी कुओं का अधिग्रहण, नलयोजना की दुरुस्ती जैसे उपाययोजना का समावेश रहता है़ लेकिन समस्या ज्यो की त्यो ही रह जाती है़

कई योजनाएं करनी पड़ी बंद
ग्रामीण भागों के लोग को आरोग्य की दृष्टि से शुध्द जल व स्वच्छ जल सभी को मिले इसलिए शासन विविध जलापूर्ति की योजना कार्यान्वित की है़ इन योजनाओ पर शासन व्दारा निधी भी खर्च हुई. लेकिन स्थानीय स्तरों पर विभाग की उदासीनता व ग्रामवासियों में प्रर्याप्त जागृति के अभाव से तथा अन्य रणों से कुछ योजना बंद पड़ी है़ जलस्वराज्य प्रकल्प अंर्तगत जिले में 105 गांवों में जलापूर्ति योजना कार्यान्वित हुई है़ इन योजना में नागरिकों का सहभाग होने से इन योजनाओं को सफलता मिली है़ लेकिन योजना कार्यान्वित होने के बाद इन गांवों के जलापूर्ति योजना की देखभाल, दुरुस्तीयां फिर ग्राम पंचायत की ओर जाने से योजनाओं पर अपेक्षित रूप से योग्य अमल नहीं हो रहा है़ ग्राम पंचायत में रहने वाले राजकारण ही इसके लिए मुख्य अड़चन बनने का बताया जा रहा है़ अनेक ग्रामों की योजना बिजली का बिल, मामूली सी दुरुस्तीयां आदि कारणों से बंद अवस्था में है़ इसलिए जिले की जलसमस्याओं पर स्थायी रुप से हल करने के लिए उपाययोजना करनेवाले विभागों ने योग्य अमल करने की आवश्यकता बतायी जा रही है़

जिले में जलप्रकल्पों का जलस्तर केवल 9 प्रश
जिले के जलप्रकल्पों का जलस्तर 9 प्रश शेष रह गया है़ जिले में 3 मध्यम व 131 लघु जलप्रकल्प मिलाकर कुल 134 जलप्रकल्प होकर इनमें से 87 जलप्रकल्पों में केवल मृत जल संग्रह है तो 20 जलप्रकल्प सूख गए है़ जिले में इस वर्ष भीषण सूखे की स्थिति होने का नजर आ रहा है़ वाशिम तहसील के जलप्रकल्पों में अभी केवल 5.51 प्रतिशत, मालेगाव तहसील के जलप्रकल्पो में 5.12 प्रतिशत,रिसोड तहसील के जलप्रकल्पों में 7.87 प्रतिशत, मंगरुलपीर तहसील के जलप्रकल्पों में 6.40 प्रतिशत, कारंजा तहसील के जलप्रकल्पों में 17.96 प्रतिशत होने से जिले के 5 तहसीलों में जलस्तरों में भारी कमी होने से आनेवाले समय में जलसमस्या अधिक भीषण होने का अनुमान लगाया जा रहा है़