- एक और अधिकारी की नियुक्ति जरूरी
आसेगांव. बीते छह दिनों से मौसम पूरी तरह अनुकूल हो गया है. जिस कारण आसमान में कभी बादल तो कभी सूरज की किरण दिखाई देती है. लेकिन उक्त बदरीला मौसम मनुष्य के लिए हानिकारक साबित होने लगा है. हर घर का कोई ना कोई सदस्य वर्तमान की स्थिति में किसी ना किसी बीमारी से ग्रस्त है. निजी अथवा सरकारी अस्पताल में उपचार के लिए जाने को मजबूर होने लगा है.
मौसम में परिवर्तन होने से वायरल इन्फेक्शन फैलने की जानकारी चिकित्सकीय अधिकारियों द्वारा दी जा रही है. साथ ही इस सक्रमण से खुद को बचाने के लिए नाक पर रूमाल अथवा मास्क रहना जरूरी बन गया है. बीते छह दिनों पूर्व में गुलाबी ठंड का अहसास होने लगा था. किंतु एका एक मौसम परिवर्तित हो गया और आसमान में बादल छा गए.
और तभी से संक्रमण बीमारियों का ग्राफ मरीजों के आंकड़ों के साथ बढ़ने लगा वायरल इन्फेक्शन में मरीजों को सर्दी, सुखी खांसी, गीली खांसी, हाथ पैर में दर्द होना, पूरे बदन का दुखना जैसे अनेकों संक्रमण की मरीज भेंट चढ़े हुए है. इस का सबसे अधिक असर 0 वर्ष आयु गुट से लेकर 12 वर्ष आयु के बालक बालिकाओं पर दिखने लगा साथ ही 55 वर्ष की आयु पार करने वाले वृद्ध भी इस संक्रमण की चपेट में है. इन बीमारियों से बचने के लिए घरों में पानी उबालकर पीने तथा गर्म कपड़े पहनने की सलाह चिकित्सक देने लगे है.
एक चिकित्सक अधिकारी के भरोसे जिम्मेदारी
आसेगांव समेत आसपास के ग्रामों से लोग स्वास्थ्य केंद्र में उपचार के लिए मरीज आते है. किंतु बीते अनेक समय से स्वास्थ्य केंद्र में एक ही चिकित्सक अधिकारी जिम्मा संभाले हुए है. इस के अलावा गांव में भी कोई नामचीन निजी अस्पताल ना रहने से गांव समेत पडोसी गांव के मरीज सरकारी अस्पताल या फिर शहरो के निजी अस्पताल में उपचार हेतु जाते है. गांव के स्वास्थ्य केंद्र में एक और चिकित्सकीय अधिकारी की नियुक्ति जरूरी है.