
मुंबई. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray) ने कहा है कि मेट्रो कारशेड (Metro Carshed) की समस्या का हल विपक्ष निकाले तो इसके लिए वह उन्हें श्रेय देने के लिए तैयार हैं.इस पर पूर्व मुख्यमंत्री और विधान सभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस (Leader of the Opposition in the Legislative Assembly Devendra Fadnavis) ने पलटवार करते हुए कहा है कि श्रेय के लिए काम करना भाजपा का स्वभाव नहीं है.
प्रश्न श्रेयाचा नाही, तर मुंबईकरांच्या सोयी-सुविधेचा आहे!
श्रेयासाठी काम करणे हा भाजपाचा स्वभाव नाही.
पण प्रश्न अपश्रेयाचा जरूर आहे, ते तुमच्या वाट्याला येऊ नये, हीच इच्छा!
भविष्यात कोणतीही अतिरिक्त जागा कारशेडसाठी लागणार नसताना दिशाभूल कशाला❓#MumbaiMetro #Aarey @OfficeofUT— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) December 20, 2020
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य की जनता के साथ संवाद साधते हुए कहा कि मेट्रो कारशेड की समस्या के निराकरण के लिए केंद्र और राज्य को एक साथ आने की जरुरत है. विपक्ष समस्या का समाधान निकाले इसके लिए वह उन्हें श्रेय देने के लिए तैयार हैं.
मुंबई के लोगों की सेवा, सुविधा का मामला
इस पर पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि श्रेय का सवाल ही नहीं उठता है. यह मुंबई के लोगों की सेवा, सुविधा का मामला है. श्रेय के लिए काम करना भाजपा का स्वभाव नहीं है, लेकिन सवाल अपश्रेय का जरुर है. जो आपके हिस्से में न जाय यही इच्छा है. उन्होंने सवाल किया कि कारशेड के लिए भविष्य में किसी तरह की अतिरिक्त जगह नहीं लगने के बावजूद गुमराह क्यों किया जा रहा है?
30 मिनिटांच्या संवादातून एक बाब प्रकर्षाने जाणवते ती म्हणजे अजूनही आपण महाविकास आघाडी सरकारच्याच उच्चाधिकार समितीचा अहवाल पूर्णतः वाचलेला नाही. एकदा हा अहवाल सार्वजनिक करा. प्रत्यक्ष स्थिती, भूमिका, वास्तविकता महाराष्ट्राच्या जनतेसमोर येईल.
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) December 20, 2020
4 साल लेट हो जाएगी परियोजना
फडणवीस ने कहा कि 30 मिनट के संवाद में एक बात खुल कर सामने आयी है कि महाविकास आघाड़ी सरकार (Mahavikas Aghadi Government)के उच्चाधिकार समिति की रिपोर्ट को पूरी तरह से पढ़ा नहीं है. रिपोर्ट को एक बार सार्वजनिक करिए प्रत्यक्ष स्थिति, भूमिका ,वास्तविकता महाराष्ट्र की जनता के सामने आ जाएगी. समिति ने कहा है कि कांजुरमार्ग में कारशेड ले जाने से कितना बड़ा आर्थिक नुकसान होगा. इसके अलावा परियोजना 4 साल लेट हो जाएगी. कांजुर मार्ग में कारशेड ले जाने के बावजूद आरे में निर्माण कार्य करना ही होगा. इसको क्यों छुपा रहे हैं? टनल का निर्माण आरे की जगह को ध्यान में रख कर किया गया है, जो लगभग 80 प्रतिशत पूरा हो गया है. यदि अब दुसरे किसी जगह का चुनाव किया जाएगा तो उसके लिए पैसा और समय दोनों जाएगा. मुंबई के लोगों को और अधिक परेशान करना ठीक नहीं है.