cotton purchage center
File Photo

Loading

पुसद. इस साल मार्केटिंग फेडरेशन को पुसद में कपास खरीदने का मौका मिला है. पहले ही दिन यहां विपणन महासंघ केंद्र से 143.15 क्विंटल कपास की खरीदी की गई . पुसद में कपास की खरीदी शुरू होने पर कर किसानों द्वारा संतोष व्यक्त किया जा रहा है. केंद्र में पहले ही दिन केंदग पर किसानों की गाड़ियों की कतारें देखी गई.

महाराष्ट्र स्टेट को-ऑपरेटिव कॉटन प्रोडक्शन मार्केटिंग फेडरेशन को दिवाली के बाद भी कपास खरीदने के लिए  अनुमति नहीं मिली. ऐसी स्थिति में किसान दिक्कतों में आ गये थे. किसानों ने मांग की कि विपणन को कपास खरीदना शुरू करना चाहिए. विपणन संघ ने अंततः जिले के साथ तहसील में किसानों की मांग पर झुकना पड़ा. पुसद में 14 दिसंबर को कपास खरीदी का मुहूर्त निकला. इससे किसानों ने राहत की सास ली, खरीदी केंद्र शुरू होने से कपास उत्पादक किसानों में उत्साह भी देखा जा रहा है.

शहर के उमरखेड रोड पर जगदंबा एग्रो इंडस्ट्रीज में कपास की खरीद शुरू हुई, जो विपणन महासंघ का मुख्यालय भी है. कपास खरीद के समय तहसील में पंजीकृत पहले पांच किसानों में शिवशंकर सखाराम शिंदे निवासी दहीवाड, सुभाष घाटे, दिलीप संभाराव बेंद्रे निवासी वडगांव, उल्हास चव्हाण निवासी पुसद, उषा सुभाष घाटे निवासी पुसद से कपास खरीदा गया था.

 खरीदी के समय कपास की कीमत 5,725 रुपये थी. पहले दिन 143.15 क्विंटल कपास की खरीदी की गई थी. कल से यहां कपास केंद्र में कपास के लिए 5,775 रुपये की गारंटी मूल्य तय किया गया है. तहसील के अधिक से अधिक किसानों को कपास लाने का आह्वान कृषि उपज बाजार समिति की ओर से किया गया है. 

पंजीयन कराए किसान

जो किसान पंजीकृत नहीं हैं, उन्हें पंजीकरण कराना चाहिए. पुसद में कपास की खरीदी शुरू हो गई है. तहसील के अधिकांश किसानों को बिक्री के लिए कपास लाना चाहिए. जिन किसानों का पंजीयन हो चुका है. ऐसे किसानों का कपास खरीदना शुरू कर दिया है. जिन किसानों ने पंजीयन नहीं कराया है, ऐसे किसानों को तुरंत पंजीकरण कराना चाहिए और बिक्री के लिए कपास लाना चाहिए.

-शेख कौसर, अध्यक्ष, कृषि उपज मंड़ी समिति, पुसद.