जून की अतिवृष्टी में 8 तहसीलें, 26 हजार किसान, मदद मिली 8 करोड

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    यवतमाल. यवतमाल जिले में अगस्त, सितंबर माह में हुई मुसलाधार बारिश के बाद भारी पैमाने पर खरीफ की फसल को नुकसान पहूंचा है.इसके अलावा बांधों से जल छोडे जाने के बाद पैनगंगा, अरुणावती, बेंबला अपर वर्धा बांध से जुडी नदीयों के तट पर बसें खेतों की फसलों को बाढ के पानी ने भारी नुकसान पहूंचाया.

    इससे जिले में हजारों किसानों खरीफ फसल बर्बाद हो गयी, लेकिन जिले में कृषी विभाग, राजस्व प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग की रिपोर्ट के बाद राज्य सरकार ने पहले चरण में जुन माह में हुई अतिवृष्टी से जिले की 8 तहसीलों में 26 हजार किसानों को  8 करोड रुपयों की मदद राशी मंजुर की है.जुन माह के बाद वास्तविक तौर पर जुलाई, अगस्त, और सितंबर माह में मुसलाधार बारिश और अतिवृष्टी ने जिले के हर किसान की फसल को नुकसान पहूंचाया है, फिलहाल प्रशासन को फसल बर्बादी के संबंध में सर्वे और रिपोर्ट भेजने की कारवाई जारी है.

    मान्सुन सत्र के बाद जिले में हर किसान की फसल बर्बाद हो जाने से प्रति किसान,प्रति हेक्टेयर मदद राशी घोषित न करते हुए सरकारी रिपोर्ट के आधार पर पहले चरण में मदद दी जा रही है.इससे जिले में पहले चरण की मदद में हजारों किसान वंचित होते दिख रहे है.एैसे में सरकार द्वारा घोषित अल्पमदद राशि को लेकर किसानों में रोष निर्माण हो सकता है.

    सरकारी रिपोर्ट के मुताबिक,जून के बाद अगले तीन माह में जिले में अतिवृष्टि के कारण जिले के 26 हजार किसानों की एक हजार 358 हेक्टेयर क्षेत्र की फसल को भारी नुकसान पहुंचा. इन किसानों को मदद मिलें, इसके लिए राज्य सरकार ने अब आदेश जारी किया है.फसल बर्बादी की क्षतिपूर्ति के लिए 8 करोड़ 32 लाख रुपए जिले को मिले हैं.यह राशि जल्द ही किसानों के खाते में जमा होंगी.जबकी कुल तेरह करोड की मदद राशि में फिलहाल 3 करोड रुपए जिला प्रशासन को नही मिलें है.

    जिले में जून माह में जोरदार बारिश हुई थी.सरकारी आंकडेवारी के मुताबिक जिले में इससे 26 हजार 141 किसानों को नुकसान पहुंचा. इन किसानों के लिए 13 करोड़ 41 लाख रुपए मंजूर किए गए. इसमें आठ करोड़ 32 लाख रूपए प्रशासन को मिल चुके है.इस ममदद राशि में कलंब तहसील को एक लाख 81 हजार, रालेगांव  तहसील को एक लाख 92 हजार, दारव्हा तहसील के किसानों कों 64 लाख 9 हजार, नेर तहसील में पांच लाख 70 हजार, बाभुलगांव तहसील के लिए 3 लाख 43 हजार, पुसद तहसील के लिए 11 लाख, दिग्रस सात लाख,उमरखेड़ 31 लाख, महागांव  तहसील के लिए 11 लाख और वणी तहसील के किसानों को सिर्फ दो लाख रुपए मदद मिलेगी.

    जिले में इस वर्ष खरीफ फसल को सर्वाधिक नुकसान सितंबर माह में वापसी की बारिश ने पहूंचाया है.सितंबर में जिले में साढ़े तीन लाख हेक्टेयर क्षेत्र से ज्यादा पैमाने पर फसल खराब हुई है.एैसे में राज्य सरकार से सभी किसानों को एक साथ फसल बर्बाद मुआवजे की उम्मीद थी लेकिन सरकार ने इसे चरणबध्द करते हुए प्रथम चरण में सिर्फ जून माह में हुए नुकसान के लिए मुआवजा घोषित कीया.