आंगनवाड़ी सेविका व सहायकों ने जिला परिषद के सामने दिया ठिय्या

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    यवतमाल.  भारत बंद आंदोलन में आंगनवाडी सेविका व सहायकों ने आंगनवाडी केंद्र को पूरी तरह से बंद रखते हुए आंदोलन में शामिल हुए. आंगनवाडी कर्मचारी सभा की ओर से जिला परिषद के सामने सरकार का निषेध जताकर व मांगों को लेकर नारेबाजी करते हुए आंगनवाडी सेविका व सहायकों ने निवेदन मुख्य कार्यकारी अधिकारी को दिया.

    साल 2018 से आंगनवाडी सेविका व सहायकों के मानधन में इजाफा नहीं हुआ है. इसीलिए बढती महंगायी को  देखते हुए मानधन में 5 हजार रुपयों तक बढोत्तरी करने, आंगनवाडी सेविका व सहायकों को अंतिम वेतन की आधी पेंशन दी जाए, मिनी आंगनवाडी का आंगनवाडी केंद्र में तत्काल रूपांतरण किया जाए.

    आंगनवाडी सेविका व सहायक को शासकीय कर्मचारियों की तरह सेवा में शामिल किया जाए, आंगनवाडी सेविका में से मुख्य सेविका पद पर पदोन्नती की जगह भरने आदि मुख्य मांगे की गई. आंदोलन का नेतृत्व अशोक भूतडा, पूनम कोहरे, नंदा सुतरकर, हर्षदा काकडे, चंद्रकला आत्राम, कौसल पवार, प्रीति जगताप, साधना पुडके, शालू चव्हाण, उमा वानखडे, कविता पातलबंसी ने किया.