यवतमाल. जिले में हर घर में स्वच्छ और शुध्द पेयजल उपलब्ध करने के लिए जलजीवन मिशन चलाया जा रहा है. जिले में 183 गांवों में फिलहाल जलापूर्ती की योजना नही है, इन सभी गांवों में घर घर नल कनेक्शन जोडने के लिए वहां की स्थानिय परिस्थिती पर विचार कर व्यवहारिक तौरपर एैसी योजनाओं का प्रस्ताव 31 मार्च तक तैयार किए जाएंगे.
इन कामों के वर्कऑर्डर निकलें, इसके लिए उचित तौर पर नियोजन करने के निर्देश जिलाधिकारी अमोल येडगे ने दिए है. इसी बीच जिले के छोटे तांडे बस्तीयों में जहां बडे पैमाने पर जलापूर्ती योजनाओं की जरुरत है, एैसी 26 बस्तीयों में सौर ऊर्जा पर आधारीत जलापूर्ती योजनाओं के प्रस्तावों को 20 जनवरी को जिलाधिकारी येडगे ने मंजुरी प्रदान की.
जलापूर्ति योजनाओं और पूर्ति की समिक्षा और कामों के क्रियान्वयन के लिए जिलाधिकारी कार्यालय के महसुल भवन में जिला पानी व स्वच्छता मिशन के तहत बैठक का आयोजन किया गया था.
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा. श्रीकृष्ण पांचाल, जिला प्रकल्प संचालक मनोज चौधर, जलापूर्ती कार्यकारी अभियंता प्रदीप कोल्हे उपस्थित थे. इस समय पानी और ऊर्जा सलाहकार सेवा इस एजन्सी को प्रति सप्ताह में नियोजन कर डी.पी.आर.पेश करने, उसी तरह हर सप्ताह पेश त्रुटीरहीत प्रस्तावों को बिना देरी किए प्रशासनिक मान्यता दी जाएंगी, एैसी जानकारी जिलाधिकारी येडगे ने दी.