यवतमाल. नागरिकों के स्वास्थ्य की रक्षा करना सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसलिए गणेशोत्सव के दौरान भी सतर्कता को नहीं भूलना चाहिए. केरल में हर दिन हजारों नए मरीज मिल रहे हैं, जो खतरे की चेतावनी है. इसलिए जिला प्रशासन ने चेतावनी दी है कि सतर्कता बरतने पर ही दोबारा सख्त निर्बंध लगाने की नौबत नहीं आएगी.
कोरोना ने तीसरी लहर को रोकने के लिए सतर्कता नियमों का सख्ती से पालन करने का भी आवाह्न किया. तीसरी लहर ने अमेरिका और चीन को चपेट में ले लिया है, केरल में हर दिन हजारों नए मामले सामने आ रहे हैं. यह खतरे की चेतावनी है और अगर हम सभी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया तो हमें अपनी जान की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.
स्वास्थ्य प्रणाली तिसरी लहर से लडने के लिए सुसज्जित है, लेकिन इसका उपयोग करने का समय नहीं होना चाहिए, त्योहार के दौरान भी सतर्कता को नहीं भूलना चाहिए, यदि कोरोना रोगियों की संख्या बढ़ती है, तो सख्त निर्बंधों को फिर से लागू करने का समय आ सकता है.
निर्बंध को फिर से लगाने का समय केवल तभी नहीं आएगा जब सभी नियमों और सीमाओं का पालन करेंगे. सार्वजनिक स्वास्थ्य की रक्षा के लिए हम सभी को मिलकर काम करना चाहिए. लोगों के जीवन में व्यवधान से बचने के लिए सरकार द्वारा समय-समय पर निर्धारित स्वास्थ्य नियमों का पालन किया जाना चाहिए.