Heavy Rain

Loading

उमरखेड. तहसील में कुछ किसान अपने खेते से ज्यादा उत्पादन लेने के लिए केली बगीचा का सहारा लेते है, मार्केट में अच्छा दाम होने पर इन किसानों को इस बगीचा का लाभ मिलता है. लेकिन सोमवार की रात 7 बजे के आसपास बेमौसमी तुफानी बारिश की वजह से निंगनुर परिसर के केले की बगीचा को बडे पैमाने पर क्षति का सामना करना पडा है. इस वजह से संबंधित विभाग ने सर्वेक्षण कर क्षतिग्रस्त किसानो को मदद देने की मांग पीडित किसानों की ओर से की जा रही है.

जिले में इस वर्षे बडे पैमाने पर किसानों को बेमौसमी बारिश का सामना करना पडा है. खरीफ मौसम में अतिवृष्टी होने की वजह से कपास, सोयाबीन समेत अन्य नगद फसल की क्षति हुई, इस क्षति से उभरने के लिए किसानों ने रब्बी फसलों का सहारा लिया लेकिन बेमौसमी बारिश की वजह से रब्बी फसल भी बर्बाद हुई. ऐसे में सोमवार 29 मई की राम में उमरखेड तहसील के निंगनुर परिसर में बडे पैमाने पर अंधी तुफान के साथ जोरदार बारिश हुई.

इस बारिश में निंगनुर के जांबुवंत गणपत धनवर के 350 केली के पेड, गजानन मारोतराव पंडागले के 300 केली के पेड,  अमोल मारोतराव पडागले के 1000 केली के पेड, रविंद्र मारोतराव पडागले के 300 केली के पेड समेत  फिरोज अली रज्जाक अली नवाब के तबले के टीन व प्रमोद जैस्वाल का तबला पुरी से तरह से तबाह हुआ है.

मदद की गूहार 

इस अंधी तुफान में सब्जी, बगीचा  समेत अन्य फसलों के साथ साथ आवासों को भी क्षति पहुचाई है. इस वजह से किसानों का बडे पैमाने पर आर्थिक नुकसान हुआ है. ऐसे में अब खरीफ मौसम में बुआई का समय नदजीक  आय है. जो पैसे बुआई के लिए लगाकर रखे थे वह पैसे इस क्षति से उभरने के लिए खर्च हो जायेगें. जिसके चलते संबंधित विभाग  ने तत्काल पंचनामा कर  क्षतिग्रस्त किसानों को मदद देने की मांग किसानों की ओर से की जा रही है.