यवतमाल. कोरोना संकट और बिते लंबे समय से लॉकडाऊन कोविड के कारण प्रतिबंधों के कारण प्राथमिक शालाएं बंद हो चुकी थी. अब परिस्थिती में सुधार और कोरोना का असर कम होने के बाद शालाओं और कॉलेज का शिक्षासत्र सुचारु करने के प्रयास हो रहे है. इसी बीच पहले चरण में सातवी से 12 वीं तक शाला, कॉलेज शुरु होने के बाद सरकार के निर्देशों और स्थानिय प्रशासन के आकलन के बाद शहरी ईलाकों में कक्षा पहली से 6 वीं तक की शालाएं भी शुरु करने का निर्णय लिया गया है.
इसके मुताबिक आज 10 फरवरी से जिले की सभी तहसीलों के शहरी ईलाकों में प्राथमिक शालाएं शुरु करने के निर्देश जिलाधिकारी और जिलापरिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी की बैठक के बाद दिए है. आज 10 फरवरी से जिले में कक्षा पहली से 6 वीं तक की शालाएं शुरु करने के निर्देश मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा.श्रीकृष्ण पांचाल ने शिक्षा विभाग को दिए है.
जिलाधिकारी अमोल येडगे के साथ हुई बैठक के बाद यह फैसला लिया गया.जिसके बाद लंबे समय से महामारी के कारण बंद हो चुकी प्राथमिक शालाओं में फिर एक बार स्कुली बच्चों की धमाचौकडी और शिक्षा अभ्यासक्रम से चहलपहल शुरु होंगी, एैसी आशा शिक्षक, अभिभावक जता रहे है.
बता दें की बिते दिसंबर माह में 1 दिसंबर से प्राथमिक और माध्यमिक शाला और कॉलेज शुरु हुए थे, लेकिन कोरोना की तिसरी लहर का प्रभाव बढने के बाद सरकार के निर्देशों पर यवतमाल जिले में शाला, कॉलेज फिर से बंद कर दिए गए थे. अब कोविड नियमों और टिकाकरण पर जोर देते हुए शालाओं में पढाई फिर से शुरु करने से सभी में राहत दिखाई दे रही है.
उल्लेखनिय है की ग्रामीण ईलाकों में कक्षा पहली से आगे की कक्षाओं, जबकी शहरी ईलाकों में कक्षा पांचवी से आगे की कक्षाओं की शालाएं पहले ही शुरु की गयी थी. शालाओं में छात्रों को उपस्थित रहने के लिए अभिभावकों की सहमती जरुरी की गयी थी, उसी तरह अभिभावकों ने सम्मती नकारने पर छात्रों के लिए आनलाईन कक्षाएं नियमित शुरु रखने की सुचनाएं फिलहाल लागु है.
सरकार के 20 जनवरी 2022 के अध्यादेश की मार्गदर्शक सुचनाओं का पालन करने के निर्देश सभी शालाओं को दिए गए है. शाला परिसरों में सभी को मास्क का ईस्तेमाल करना अनिवार्य होंगा. इसके अलावा सभी तरह की शालाएं हर दिन 3 से 4 घंटें लेने, इस दौरान अभिभावकों को कोरोना टिकाकरण के लिए प्रोत्साहीत करने, अधसिक छात्र संख्यावाली शालाओं में सुबह, और दोपहर के सत्र में कक्षाएं लेने, मैदानी खेल, स्नेहसम्मेलन आदी गर्दी के कार्यक्रमों पर पाबंदी होंगी.
जबकी सर्दी, बुखार, खांसी से बाधित छात्रों को शालाओं में आने पर सख्ती न करने, सभी शिक्षकों, कर्मचारीयों को टिकाकरण पुरा करने उसी तरह गुटशिक्षाधिकारी और क्षेत्रीय पर्यवेक्षण यंत्रणाओं को शालाओं में मुलाकात देकर कोविड 19 के नियमों का पालन शालाओं में हो रहा है या नही इस बारे में जांच पडताल कर इसकी सुचना शिक्षा विभाग को देने के निर्देश दिए गए है.