अहेर अल्ली के सरपंच का प्रशिक्षण पर बहिष्कार, सरपंच के सवालों का पंजीयन प्रोसिडींग में लिया जाए

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    झरी जामणी.  राष्ट्रीय ग्रामस्वराज्य अभियान अंतर्गत सरपंच का प्रशिक्षण अमरावती के विकास प्रबोधिनी प्रशिक्षण केंद्र के माध्यम से शुरू है.  इस प्रशिक्षण में प्रशिक्षण के दौरान सरपंच के सवालों को प्रोसिडिंग मं पंजीयन नही होता है ओर सवालों का निराकारण भी नही किया जाता है. जिस वजह से यह प्रशिक्षण कुछ काम का नही है.

    सरकार का इस प्रशिक्षण पर बडा खर्च हो रहा है. ऐसा अरोप करर आदिवासी बहूल झरी जामणी तहसील के अहेरअल्ली गाव के सरपंच हितेश उर्फ छोटू राऊत ने शनिवार 12 मार्च को प्रशिक्षण पर बहिष्कार डाला. इस वजह से सरपंच के प्रशिक्षण पर सवाल निर्माण हो रहे है.

     सरकार की ओर से सरपंच को दिया जानेवाले प्रशिक्षण ने हर एक मिनिट व कामकाज में सरपंच ने खरे हुए बातों का प्रोसीडिंग पंजीयन करने की मांग  झरी जामणी आदिवासी तहसील के अहेरल्ली के सरपंच हितेश सुधाकर राऊत ने की है. इस प्रशिक्षण में सरपंच ने रखी बातों का प्रोसीडिंग में पंजीयन नही करने से सरकार से इस प्रशाक्षिण पर होनेवाले लाखों रूपये पर पानी फैर रहा है. जिला परिषद, पंचायत समिती व समेत अन्य सरकारी बैठक में चर्चा के विषय व उपस्थित से रखी जा रही बतों को पंजीयन प्रोसीडिंग में करते है. उसके तहत कार्यवाही भी  की जाती है. 

    उसी के तर्ज पर सरपंच को दिया जानेवाले  प्रशिक्षण का व इस जगह पर रखे गए बात, शिकायत का पंजीयन प्रोसीडिंग में लिया जाए.  साथ ही इस पंजीयन में की गई बात  संबधित यंत्रणा प्रमुख के पास भेजकर उसका निराकरण किया जाए. इस मांग के लिए  सरपंच हितेश राऊत ने अमरावती के विकास प्रबोधिनी में शुरू सरपंच के प्रशिक्षण में रखा.  लेकिन इस पर उपस्थित से कोई भी जबाब नही मिला. जिस वजह से राऊत ने इस प्रशिक्षण पर बहिष्कार डाला. 

     पुसद में भी प्रशिक्षण पर बहिष्कार डाला था

     इसी तरह का मामला पुसद के पंचायत राज प्रशिक्षण केंद्र में  मार्गशर्दन के दौरान सरपंच को अनपढ व अशिक्षित कहा था.  उस पर  अहेरअल्ली गाव के सरपंच हितेश उर्फ छोटू राऊत ने कुछ सरपंच अशिक्षित हो सकते है लेकिन वह अनपढ (पागल, बिनाकामा के)  नही है. प्रशिक्षकों ने शब्द प्रयोग ध्यान रखकर करना चाहिए. सरपंच यह नागरिकों ने चुनकर दिए हुए जनप्रतिनिधि है. सरंपच को अवमाना शब्द का प्रयोग करने से इस प्रशिक्षण मे राऊत ने बहिष्कार डाला था.

     सवालों कों को प्रोसिडिंग में पंजीयन किया जाए 

    ग्रामपंचायत का कामकाज व ग्रामपंचयत अधिनियम संदर्भ में  प्रत्यक्ष आनेवाली समस्या हल करने के लिए सरपंच प्रशिक्षण में  तज्ज्ञ का मार्गदर्शन अपेक्षित है.  लेकिन आज के स्थिति में हो रहे प्रशिक्षण में सरपंच के समस्या का निराकरण नही हो रहा है.  जिस वजह से प्रशिक्षण कुछ काम का साबीत नही हो रहा है. प्रशिक्षण पर होनेवाला खर्च व्यर्थ है. प्रशिक्षण के दौरान सरपंच के सवालों की  प्रोसिडिंग में पंजीयन कर प्रथम श्रेणी अधिकारियों उसे हल करनी चाहिए.

    -हितेश उर्फ छोटू राऊत, सरपंच, अहेरअल्ली.