
- सहकार विभाग में शिकायत
वणी: रंगनाथ स्वामी नागरी सहकारी पतसंस्था से बर्खास्त व छटनी किए गए कुछ एजेंट व एक कर्मचारी ने पत संस्था के खिलाफ सबूत के साथ सहकारिता विभाग को शिकायत करनी शुरू कर दी है. हाल ही में यवतमाल में एक संवाददाता सम्मेलन में एक गंभीर आरोप लगाया गया था कि अध्यक्ष और संचालकों की मिलीभगत से भ्रष्टाचार और वित्तीय घोटाले हो रहे हैं. इस आरोप के बाद पतसंस्था में पैसे निकलने के लिए ग्राहकों की भीड़ लग गई .
सभी आरोप गलत-एड काले
पतसंस्था के बाद अध्यक्ष एड. काले ने प्रेस कांफ्रेंस कर लगाए गए आरोपों को गलत बताते हुए सफाई देने की कोशिश की. वणी शहर में रंगनाथ चेबर मे आयोजित पत्रकार परिषद में एड देवीदास काले सहित 17 मे से 6 ही संचालक उपस्थित हुए. काले ने बताया कि पत संस्था से बर्खास्त वणी के कर्मचारी और वरोरा के कुछ एजेंटों ने पत संस्था को बदनाम करने का प्रयास कर रहे है . संस्था मे सभी कार्य नियमानुसार ही कीये गये है.
सवालों के जवाब नहीं दे पाए एड काले
उन्होने बताया कि रंगनाथ स्वामी पतसंस्था में कर्मचारी के रूप में काम करते हुए 57 लाख का गबन किया गया. काले ने बताया कि उस कर्मचारी ने पूरी राशि का भुगतान कर दिया है. खास बात यह है कि पतसंस्था पर कर्मचारियों ने जो आरोप लगाया थे उसमें से केवल एक ही सवाल का जवाब काले ने दिया , इंडस्ट्रीअल झोन की बगैर एनए की हुई भूमी पर 5 करोउ का लोन देने, एक साल मे 40 लाख रूपये प्रिटींग के बीलो का नगदी भुगतान करने, काग्रेस कार्यकर्ता का 8 लाख् का ब्याज माफ करने, संदेहास्पद खाता क्र 463 आदी के बारे कीये गये सवालों के जवाब नहीं दे पाए .
पतसंस्था की 14 शाखाएं
यवतमाल और चंद्रपुर जिलों में रंगनाथ स्वामी नगरी सहकारी पतसंस्था की 14 शाखाएं हैं. संस्था के पास करीब 700 करोड़ 82 लाख रुपये जमा हैं. सदस्यों की संख्या 48 हजार है. इस पतसंस्था में जारी गड़बड़ी के बारे में सहकारिता मंत्री के यहां शिकायत दर्ज कराने से पतसंस्था की छवि धूमिल हुई है. वहीं दूसरी ओर जमाकर्ताओं का पैसा निकालने के लिए होड़ मच गई.