आर्णी. शहर के सुरक्षा की दृष्टि से यहां के पार्षद निलकंठ चव्हाण ने नगर पालीका को ज्ञापन देकर आंदोलन किए थे, लेकिन नगरसेवकों के आर्थिक स्वार्थ के कारण यह योजना प्रलंबित रही, लेकिन कुछ नगरसेवकों के आर्थिक स्वार्थ के लिए यह योजना राह पर लगी है.
इस योजना के लिए पूर्व विधायक राजू तोडसाम के निधि से लंबे समय प्रयास करने के बाद सीसीटीवी कैमरे बिठाने के लिए 18 लाख 51 हजार की राशि नगर पालीका को उपलब्ध कराई थी, लेकिन मामला कहा अटका? पार्षदों के आपसी गुटबाजी में इस योजना को ब्रेक लगा.
इस दौरान टेंडर प्रक्रिया के लिए 21 सितंबर को पार्षद निलकुंश चव्हाण ने पालीका के सामने धरना आंदोलन किया था. आंदोलन की दखल लेते हुए उन्हें आश्वासन दिया, फिर भी टेंडर प्रक्रिया अबतक पूरी नहीं हुई है. इसलिए 28 दिसंबर से सुबह 11 से 5 बजे तक टेंडर प्रक्रिया पूरी होने तक नप के सामने ठिया आंदोलन किया जाएगा, ऐसी चेतावनी चव्हाण ने नगराध्यक्ष, मुख्याधिकारी को सौंपे हुए ज्ञापन से की है.
नप के श्रेय होड में सीसीटीवी टेंडर प्रक्रिया जानबूझकर नहीं की जा रही है, नप में जबतक पार्षद पद पर हूं, तबतक योजना का निधि वापस नहीं जाने दूंगा. सीसीटीवी प्रक्रिया पूरी करके रहूंगा. इसके लिए तीव्र आंदोलन करुंगा.
-निलकुंश चव्हाण, पार्षद आर्णी.