Tiger
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    घाटंजी. घाटंजी तहसील के करमणा (तांडा) के किसान वसंतराव भाऊराव कानकाटे के खेत में तबेले में बंधी गाय पर बाघ ने हमला कर उसे मार डाला. घटना के बाद करमणा (तांडा) में पहुंचकर घाटंजी के पशु वैद्यकीय अधिकारी मृत गाय का पंचनामा किया. इस समय घाटंजी के वनक्षेत्र सहायक मनीषा दांडगे, घाटी बिट के वनरक्षक विक्रांत बडे तथा चोरंबा बीट के वनरक्षक सी.आर. हेमके आदि मौजूद थी. वनविभाग के अधिकारियों ने घटना का पंचनामा कर जल्द ही वन परिक्षेत्र अधिकारी घाटंजी के पास रिपोर्ट पेश की जाऐगी. ऐसी जानकारी घाटंजी की वन क्षेत्र सहायक मनीषा दांडगे ने दी. 

    उल्लेखनीय है की टिपेश्वर अभयारण्य में बाघों की संख्या बढ़ने से बाघों के लिए अभयारण्य का जंगल कम पड़ रहा हैं. जिससे बाघ और अन्य जंगली प्राणी जंगलों से बाहर निकलकर शिकार के खोज में गांवों के निकट आ रहे हैं. इससे पूर्व भी घाटंजी वन परिक्षेत्र अधिकारी कार्यालय के तहत आनेवाले इंझाला, पारवा वनपरिक्षेत्र के पाटापांगरा, देवधरी, रामनगर आदि परिसरों में बाघ के मवेशियों पर हमले और मवेशी मृत होने की घटनाएं हो चुकी हैं, विशेषकर तहसील के इंझाला नर्सरी के निकट तेंदुआ भी मृत पाया गया था.

    इसके अलावा अनेक गांवों के नागरिकों को बाघ के दर्शन हो चुके हैं, जिससे घाटंजी तहसील में दहशत का वातावरण निर्माण हो चुका हैं. इन घटनाओं को ध्यान में लेकर पांढरकवड़ा के उपवन संरक्षक ने घाटंजी  तहसील में बाघों का प्रबंध करने की मांग इलाके के नागरिकों ने वन विभाग से की है.