4.50 लाख हेक्टेयर में फसल बुआई कार्य निपटा

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    • बीते दो तीन दिनों में हुई संतोषजनक बारिश का परिणाम
    • 50 फीसदी क्षेत्र में बुआई कार्य प्रभावित

    यवतमाल. जिले में बारिश रूक रूककर हो रही है. हालांकि बीते दो से तीन दिनों में हुई मूसलाधार बारिश की वजह से जिले के किसानों ने खेतों में फसलों की बुआई कार्य तेजी से निपटाना शुरू कर दिया है. अब तक जिले में 4.50 लाख हेक्टेयर में फसलों का बुआई कार्य निपटा लिया गया है. वहीं 50 फीसदी क्षेत्र में अब भी बुआई कार्य प्रभावित पडा हुआ है. जिससे जिले के किसानों को अब भी लगातार तीन से चार दिनों तक मूसलाधार बारिश का इंतजार बना हुआ है.

    बता दें कि जिले में कपास, सोयाबीन, तुअर सहित अन्य फसलों का उत्पादन किसानों द्वारा लिया जाता है. जिसके चलते बडे पैमाने पर किसान इन फसलों की बुआई अपने खेतों में करते है. इस बार मौसम विभाग ने जिले में मूसलाधार बारिश होने की संभावना जतायी है. मौसम विभाग का अनुमान भी खरा साबित हो रहा है. लेकिन अब भी जिले में बुआई योग्य बारिश नहीं हो पायी है. कृषि विभाग की ओर से किसानों को 100 मिली से अधिक बारिश होने के बाद ही खेतों में बीजों की बुआई करने का आह्वान किया गया है.

    हाल के दिनों में जिले में रूक रूककर बारिश हो रही है. जिसके चलते किसानों ने खेतों में मशक्कत का कार्य पूरा निपटाते हुए बीज, खाद, कीटनाशक दवा की खरीदी कर लिया है. बीज, खाद, कीटनाशक दवा लेकर किसान अपने खेतों में पहुंच रहे है. लेकिन ज्यादातर किसानों ने अपने खेतों में बीजों की बुआई करना टाल कर रखा हुआ है. बीते दो से तीन दिनों में हुई मूसलाधार बारिश की वजह से जिले के किसानों ने फटाफट अपने खेतों में बीजों की बुआई करना प्रारंभ किया है.

    अब  तक जिले में 4.50 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों की बुआई पूरी कर ली गई है. इनमें 2.50 लाख हेक्टेयर में कपास, 1.25 हेक्टेयर क्षेत्र में सोयाबीन व 75 हजार हेक्टेयर में तुअर फसल की बुआई किसानों ने पूर्ण कर ली है. वहीं अब भी जिले के 50 फीसदी क्षेत्र में बुआई कार्य प्रभावित है. किसानों की निगाहें अब भी आसमान की ओर टिकी हुई है. जिले के किसान बेसब्री से मूसलाधार बारिश का इंतजार कर रहे है.