डॉ.धर्मकारे के हत्यारे को तात्काल गिरफ्तार करने की मांग; आयएमए, मैग्मो डाक्टर संगठन का पालकमंत्री को ज्ञापन

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    यवतमाल. 11 जनवरी को उमरखेंउ में सरकारी सेवा में कार्यरत डा.हनुमंत धर्मकारे पर अज्ञात व्यक्ती ने बंदुक से फायरिंग कर उनकी हत्या कर दी, यह घटना काफी रोषजनक है. इस तरह डाक्टर पर जानलेवा हमला कर हत्या की यह घटना प्रशासन और जिले की कानून व्यवस्था को कालीमा फासनेवाली है.

    जिससे डा.धर्मकारे के हत्यारे को तात्काल गिरफ्तार करें, एैसी मांग डाक्टरों की आयएमए यवतमाल तथा मॅग्मो संगठना ने की है. आज 12 जनवरी को दोनों डाक्टर संगठनों द्वारा जिले के पालकमंत्री संदिपान भुमरे को ज्ञापन सौंपा, जिसमें आरोपी को तात्काल गिरफ्तार कर उसे कडी शिक्षा देने कारवाई करें और पिडीत मृतक डाक्टर के परिजनों को न्याय देने की मांग की गयी.

    बिते माह यवतमाल के मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस अभ्यासक्रम के अंतीम वर्ष के छात्र अशोक पाल की हत्या के बाद उमरखेड में डाक्टर की हत्या की घटना से डाक्टर और चिकित्सा क्षेत्र के लोगों में भय व्याप्त हो चुका है, सरकारी सेवा के अधिकारी वर्ग जान हथेली पर लेकर काम रहे है.

    उमरखेड में हुई वारदात के बाद वहां पर सभी डाक्टरों और वैदयकीय अधिकारीयों ने काम बंद कर घटना का निषेध जताते हुए 24 घंटों के भीतर हमलावर को गिरफ्तार न करने पर कल 13 जनवरी को पुरे जिले में और इसके बाद महाराष्ट्र भर आयएमए की ओर से डाक्टरों द्वारा काम बंद आंदोलन होंगा, एैसी जानकारी आयएमए के पुर्व राज्यअध्यक्ष डा.टी.सी.राठोड ने आज यवतमाल मेंे दी.

    हमने उमरखेड में हुई पुरी घटना का जायजा लिया है, इस बारे में तात्काल जांच कर हमलावर को हिरासत में लिया जाएंगा, इस तरह की घटनाएं दुबारा न हों, इसके लिए ठोस व्यवस्था करने की कारवाई होंगी, एैसी जानकारी ज्ञापन स्वीकारते समय पालकमंत्री ने प्रतिनिधीमंडल को दी.इसके अलावा आज हुई डीपीसी की बैठक के दौरान विधायक डा.संदिप धुर्वे ने यह मुददा उठाते हुए डा.धर्मकारे के हत्यारे को तात्काल गिरफ्तार कर डाक्टरों की सुरक्षा पर उपाययोजना करने की मांग की.

    वर्तमान स्थिती में डाक्टरों पर जानलेवा हमलों की घटनाएं हो रही है, बिते कुछ सालों से इंडियन मेडिकल असोसिएशन ने इन घटनाओं को सरकार के ध्यान में लाकर अनेक आंदोलन किए है, डाक्टरों पर हमले रोकने के लिए सरकार ने कानून बनाए, लेकिन उसपर अमल नही हो रहा है, जिससे यह कानुन अधिक कडे हों तथा आरोपीयों को जल्द से जल्द सजा मिलें इसके लिए आयएमए ने हमेशा आंदोलन किया, एैसी अप्रिय घटनाएं टालने यंत्रणा स्थापित कर सरकारी और निजी वैदयकीय डाक्टरों की सुरक्षा पर ध्यान दिया जाएं, सरकार इस बारे में उचित कदम उठाए, एैसी मांग आयएमए.

    उसी तरह वैद्यकिंय अधिकारी संगठन के पदाधिकारीयों ने ज्ञापन सौंपते समय की.इस समय आयएमए के अध्यक्ष डा. संजय रत्नपारखी, सचिव डा.शरद राखुंडे, पुर्व महाराष्ट्र आयएमए अध्यक्ष डा.टी .सी.राठोड.डा.संजीव जोशी,डा. दीपक सव्वालाखे,डा.अशोक चौधरी,डा.विश्वनाथ विणकरे,डा.दीपक शिरभाते,डा.अपर्णा बाहेती,डा.स्वप्नील मानक,डा.नेहा मुंदडा,डा.स्नेहा राठोड,डा.गौरव  पटेल,डा.प्रशांत पवार, डा.सुभाष ढोले ,डा.रुपेश बावणे,डा.सागर झोपाटे तथा पदाधिकारी बडी संख्या में मौजुद थे.