
यवतमाल ब्यूरो. पिछले वर्षे जैसी इस वर्षे युरिया की किल्लत ना होगी इसक लिए जिला प्रशासन ने सही नियोजन करना चाहिए, साथ ही धामणगाव के आलावा वाशिम व नांदेड जिले की रैक पॉईंट कुछ तहसीलों को ज्यादा समीप होने की वजह से इस दो रैक पॉईट पर खाद्य की ज्यादा मांग पंजीयन करने की सूचना पालकमंत्री संजय राठोड ने दिया है.
जिला स्तरीय खरीप मौसम वर्षे 2023-24 की नियोजन की बैठक जिलाधिकारी कार्यालय के राजस्व भवन में हुई, इस समय मंत्री राठोड बोल रहे थे. इस बैठक में सांसद भावना गवली, विधायक मदन येरावर, प्रा. अशोक उईके, निलय नाईक, इंद्रनील नाईक, संजय रेड्डी बोदकुरवार, जिलाधिकारी अमोल येडगे, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. श्रीकृष्ण पांचाल, जिला अधिक्षक कृषि अधिकारी नवनाथ कोलपकर व अन्य विभाग प्रमुख उपस्थित थे.
जिलाधिकारी अमोल येडगे ने खरीप मौसम के नियोजन का प्रस्तूतिकरण किया. इमसें उन्होने जिले में 9 लाख 2 हजार 72 हेक्टर पर खरीप बुआई होगी, इसमें सबसे अधिक महत्वपूर्ण कपास, सोयाबीन व तूअर यह तीन फसले है, इसमें से 4 लक्ष 55 हजार हेक्टर क्षेत्र पर कपास, 2 लक्ष 86 हजार 144 हेक्टर क्षेत्र पर सोयाबीन व 1 लाख 24 हजार 100 हेक्टर पर तुअर फसल की बुआई होगी, साथ ही ज्वारी 6500 हेक्टर, उडिद 4950 हेक्टर, मुंग 4500 हेक्टर, तील 167 हेक्टर, मका 890 हेक्टर, बाजरी 95 हेक्टर पर बुआई करने का नियोजन किया गया है.
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बीजों की मांग
जिले में बुआई के लिए बीजों की मांग पंजयीन की गई है, कपास बीज 22 लक्ष 75 हजार पैकेट की मांग की गई, सोयाबीन के 2 लक्ष 13 हजार क्विंटल बीज की आवश्यकता है इसके लिए ग्राम बिजोत्पादन मुहिम व किसानों के पास खुद का बीज ऐसा 2 लक्ष 88 हजार 242 क्विंटल बीज उपलब्ध है. साथ ही महाबीज, राबिनी व नीजी ऐसे मिलकर कुल 75 हजार 554 क्विंटल बीज उपलब्ध है.
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खाद्य की मांग
जिले में कुल 2 लाख 13 हजार 920 मेंट्रिक टन खाद्य की मांग है, साथ ही आज तक उपलब्ध संचय 96 हजार 933 मे. टन है. मांग में युरिया 68 हजार मे. टन, डीएपी 16 हजार, एमओपी 7400, कॉम्प्लेक्स 77 हजार 520, एसएसपी 45 हजार मे.टन की आवश्यकता है, जिले में मालटेकडी नांदेड, धामणगाव, बडनेरा, हिंगणघाट, चंद्रपुर, वाशीम, वर्धा, अकोला इस जगह पर रैक पॉईट है.
कृषि निविष्ठा विक्री के जिले में कुल 6640 केंद्र है, कपास बीज 1433 व अन्य बीज 1819, रासायनिक खाद्य 1915 o किटक नाशक दवाई के लिए 1473 केंद्रों को अनुमती दी गई है. इस समय पालकमंत्री संजय राठोड ने फल बगीचा बुआई, औषधी व मसाला फसल, रेशीम व मत्स्य खेती कृषि विज्ञान केंद्र, मिट्टी परिक्षण समेत अन्य बातों की जानकारी नही होने की वजह से नारागी जताई.
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इस समय सांसद भावना गवली ने पोकरा, महावितरण, रेशिम खेती को लेकर विशेष बैठक लगाई जाए ऐसी सुचना की है. साथ ही पांढरकवाडा के आदिवासी प्रकल्प कार्यालय अंतर्गत लाभार्थी ने लिए मंवेशियो को बेचे है उसकी जांच करने की मांग विधायक प्रा.अशोक उइके ने की है. साथ ही वरुड जहांगिर के तालाब में अब 85 प्र.श. जल है, बारिश के मौसम में इस तलाब में क्षमता नही रहेगी, जिसके चलते इस तलाब का पाणी छोडा जाए इसको लेकर जिलधिकारी ने जलापूर्ती विभाग को जल छोडने का नियोजन करने की सूचना भी दी है.
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