Vasantrao Naik Hospital, Yavatmal

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    • लिखित आश्वसन के बाद प्रशिक्षित डॉक्टरों का संप खत्म 

    यवतमाल. वंसतराव नाईक वैद्यकिय महाविद्यालय में एमबीबीस के अंतिम वर्षे में पढाई करनेवाले छात्र की हत्या होने की बाद प्रशिक्षित डॉक्टरों ने पिछले चार दिनों से जिला अस्पताल का गेट बंद कर अनशन शुरू किया था. ऐसे में लिखित आश्वसन के बाद रविवार को छात्रों ने अनशन खत्म कर चार दिनों के बाद मरीजों के लिए स्वं. वंसतराव नाईक सरकारी अस्पातल के गेट खुले किए है. 

     स्वं. वसंतराव नाईक वैद्यकिय महाविद्यालय में एमबीबीएस के अंतिम वर्षे में पढाई करनेवाले छात्र डा. आशोक पाल की हत्या बुधवार 10 नंबवर की देर रात हत्या की थी. हत्या के बाद प्रशिक्षित डॉक्टरों ने प्रशासन के खिलाफ रोष व्यक्त कर जिला अस्पताल परिसर में अनशन शुरू कर जिला अस्पताल के गेट को बंद किया था. जब तक मृतक डॉक्टर आशोक पाल को न्याय नही मिलता तब तक कोई भी वैद्यकिय सेवाए शुरू ना करने की भूमिका रखी थी. प्रशिक्षित डॉक्टरों के संप से जिला अस्पताल की वैद्यकिय सेवा बंद होने बाह्य मरीज सेवा पूर्ण रूप से  प्रभावित  हूई थी.

    उसी दौरान शनिवार 13  नंवबर को दुर्दैवी घटना के आरोपी को गिरफ्तार कर उनका  कबुली जबाब हुआ.  हत्या में प्रयोग किए गए शस्त्र जप्त की गई.  इस घटना को  फास्ट ट्रॅक न्यायालय में चालने के लिए सभी न्यायालिय प्रक्रिया  पूर्ण करने की प्रक्रिया शुरू है. जिसके वजह से  प्रशिक्षित डॉक्टरों ने संप खत्म करने की अपील  सरकारी अस्पताल के  नए अधिष्ठाता डॉ. सुरेंद्र गर्वाले ने छात्रों की भेट लेकर की.

    साथ ही छात्रों ने किए हूए  12 मांग के  लेखी आश्वासन अधिष्ठाता  ने दिया.  जिसके चलते प्रशिक्षित डॉक्टरों ने अनशन खत्म कर  वसंतराव नाईक  सरकारी महाविद्यालय व  अस्पताल के मुख्य प्रवेश द्वार  खोल दिए.  लेकिन प्रशासनाने दिए हूए समय अवधि में मांग पुरी नही तो दोबारा अनशन करने की चेतावनी अनशकता डॉक्टरों ने दी. 

     इन मांगो के लिखित आश्वासन के बाद संप खत्म 

    अस्पातल परिसर की सुरक्षा को देखते व प्रकाश व्यवस्था परिपूर्ण करने समेत परिसर में सीसीटीव्ही लगाए जायेगे. परिसर की स्वच्छता की जायेगी. मृतक डॉ. आशोक पाल के मुत्यू पश्चात डॉक्टर पदवी देना यह महाराष्ट्र स्वास्थ्य विज्ञान विद्यापीठ नाशिक के अधिन होने कारन महाराष्ट्र स्वास्थ्य विज्ञान विद्यापीठ नासीक मार्फत आयी हूई टीम यह बात विद्यापीठ के सामने रखेगी.

    मृतक के परिवार को मुख्यमंत्री सहाय्यात निधी से मदद की जायेगी. अस्पताल परिसर के निवास स्थान व छात्रावास अस्पताल परिसर के अलग किया जायेगा. दुर्घटना विभाग में महिला डॉक्टर के लिए स्वतत्र कक्ष व शौचालय आनेवाले 7  दिनो में होगे. अस्पताल में जीवनावश्क दवाई, क्ष-किरण व सीटी क्रॅन यंत्र दुरूस्ती तत्काल की जायेगी समेत कुल 12 मांगों का लिखित आश्वसान दिया.