- नारायण कॉम्प्लेक्स की घटना
दारव्हा. गोलीबार चौक परिसर के नारायण कॉम्प्लेक्स की दूकान में अचानक आग लग गई. इसमें एक दूकान जलकर खाक हो गया. वहीं अन्य 2 दूकानों तक आग की लपटें पहुंचने से दूकानों का बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. अचानक लगी आग से सर्वत्र हाहाकार मच गया था. आग को बुझाने प्रशासन सहित नागरिकों ने काफी प्रयास किया था.
नारायण कॉम्प्लेक्स में नाना राऊत के मालिकाना की दूकान आकाश वानखड़े को किराए पर दिया है. इसमें रात को अचानक आग लग गई. आग में दूकान में रखा माल का नुकसान हो गया. इसके अलावा एक आयुर्वेदिक औषधालय व मापारे ड्राइफ्रूटस की दूकानों तक भी आग की लपटें पहुंची. जिससे नुकसान हुआ.
दूर-दूर तक देखी गई आग की लपटें
आग की लपटें इतनी तेज थी कि प्रशासन सहित नागरिकों ने आग बुझाने के लिए प्रयास किया. आग पर काबू पाने पालिका के दमकल सहित रेलवे कंट्रक्शन के 4 टैंकर व नेर से दमकल बुलाया गया था. दमकल व टैंकर की सहायता से लगातार 2 घंटे बाद आग पर काबू पाया गया. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने घटनास्थल पहुंचकर हालात पर काबू पाया.
आपदा प्रबंधन की लचर कार्यप्रणाली
रात 10 बजे के दौरान दूकान से धुंआ उठते दिखाई देने पर कुछ लोगों ने नगर परिषद प्रशासन और पुलिस प्रशासन को सूचित किया. घटना की जानकारी मिलने पर भी आधा घंटा देरी से दमकल विभाग की टीम घटनास्थल पहुंची. तब तक आग की लपटें काफी तेज हो चुकी थी. दमकल वाहन के कम्प्रेशर में कुछ तकनीकी समस्या आने से आग बुझाने में पानी का जो प्रेशर लगता है, वह प्रेशर कम प्रमाण का होने से आग बुझाने में दिक्कतें आ रही थीं और आग रौद्र रूप धारण कर रही थीं. संतप्त नागरिकों ने दमकल वाहन और कर्मचारियों पर पथराव करना शुरू कर दिया. नगर परिषद की कार्यप्रणाली पर रोष जताया. यहां का माहौल तनावपूर्ण हो गया था.
दारव्हा के थानेदार सुरेश मस्के ने रेलवे कंट्रक्शन के उपेंद्र अण्णा से संपर्क कर टैंकर बुलवायी. इसके अलावा नेर नगर परिषद का दमकल वाहन भी बुलाया गया. वहीं प्रशासन सहित नागरिकों की सहायता से 2 घंटे के प्रयासों के बाद आग पर काबू पाया गया.