अडाण नदी की बाढ से खेतीहर फसलों को पहूंचा प्रचंड नुकसान, दारव्हा तहसील को अतिवृष्टी का झटका

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    दारव्हा. तहसील में जोरदार बारिश और अतिवृष्टी के बीच अडाण नदी में आई बाढ का पानी किसानों के खेतों में घुस गया. जिससे फसलों को प्रचंड नुकसान पहुंचा है. अडाण बांध के 5 दरवाजे खोलकर बडे पैमाने पर जल छोडा गया, जिससे अडाण नदी में महाबाढ आकर नदी तट के किसानों के खेतों में खरीफ की फसल बर्बाद हो गयी.इससे ईलाके के किसानों को बडे पैमाने पर नुकसान हो चुका है.

    प्राप्त जानकारी के मुताबिक, डोल्हारी  के किसान विनायक शंकरराव खाडे के खेत गुट क्रमांक 28 में अडाण नदी की बाढ का पानी घुसने से 8 एकड सोयाबीन,तुअर फसल को नुकसान पहूंचा, इसी बीच बाढ का पानी अनेक खेतों में जमा हुआ है.किसान विनायक खाडे ने खेती के लिए एसबीआय से 80 हजार रुपयों का फसल कर्ज उठाया था, लेकिन बाढ के पानी ने उनके खेत की फसल को पुरी तरह बर्बाद कर दिया, इसी बीच सरकारी स्तर पर इस नुकसान का पंचनामा नही किया गया, जिससे यह किसान चिंता में घीरा हुआ है.

    कुछ ठिकानों पर नदी तट के गांवों में पानी घुस जाने से घरों को नुकसान पहूंचा है, तहसील के बोधेगाव, चिखली, तरनोली, मानकी,फुबगाव, मानकोपरा, सागरवाडी इन नदी तट के गांवों के घरों को बाढ के पानी ने नुकसान पहुंचा  है.साथ ही नदी तट के खेतों में पानी घुस जाने से पहले ही दुबारा बुआई करनेवाले और अतिवृष्टी का नुकसान झेलनेवाले किसानों के खेतों में फिर से बारिश और आढ ने नुकसान पहूंचाया है. जिससे ईलाके के किसानों में हताशा छा चुकी है, नदी की बाढ ने तरनोली में मौजुद बडे पूल को अपने दायरे में ले लिया, जबकी बोरीअरब के पुल से बाढ का पानी बहने से दारव्हा-यवतमाल और दारव्हा-अमरावती मार्ग पर यातायात ठप्प हो चुकी थी, इसी बीच बाढ को देखते हुए प्रशासन ने नदी तट के गांवों के नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है.

    बाढग्रस्त किसानों को सरकार तात्काल मदद करें

    अडान प्रकल्प से बडे पैमाने पर जल छोडने से नदी तट के खेतों में बाढ का पानी घुसकर खेतीहर फसलों को काफी नुकसान पहूंचा है, जिससे प्रशासन किसानों की फसल का नुकसान पंचनामा करें और सरकार बाधित किसानों को तात्काल मदद करें.

    संजय देशमुख (पुर्व राज्यमंत्री)