गोंडबस्ती में गंदे पानी से स्वास्थ्य आया खतरे में

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    करंजीरोड. करंजी ग्रामपंचायत के तहत आनेवाले गोंड बस्ती में नाली की व्यवस्था न होने से गंदगी के कारण गोंड समुदाय के नागरिकों कों स्वास्थ्य खतरे में आ चुका है. गोंड बस्ती में महादेव किनाके के घर के परिसर में नाली की व्यवस्था न होने से चार से पांच घरों के बाथरुम का गंदा पानी रास्ते पर छोडा जा रहा है.

    चर्चा है की,गोंड बस्ती के लिए मिलनेवाला निधी अन्य वार्ड में जानबुझकर डार्ग्ट कर यहां पर गोंड समाज को मुलभुत सुविधाओं से वंचित रखने का प्रयास सतत जारी है. ड्रेनेज की व्यवस्था न होने से आम नागरिकों को स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड रहा है.पिछले चार महिने से करंजी ग्रामपंचायत द्वारा विकासकामों का बंटाढार हो चुका है.

    गांव के स्ट्रीट लाईट बिते दो माह से बंद पडे है. क्या दिवाली जैसे मौके पर भी गांव में अंधेरा रहेंगा, एैसा सवाल नागरिक कर रहे है. इसके अलावा इस परिसर में मच्छरों का प्रकोप बडे पैमाने पर बढ जाने से नागरिकों, बच्चे डेंग्यू के बुखार से बाधित हो रहे है.डेंग्युसदृश्य बुखार से लोग पिडीत होने के बावजुद किसी तरह की स्वास्थ्य उपाययोजना नही की गयी.

    इसके अलावा करंजी परिसर में अनेक जनसमस्याएं है.गोंड समुदाय की बस्ती पर नजरअंदाजी और विकास और स्वास्थ्य समस्याओं पर ग्रामपंचायत द्वारा ध्यान ना देने से रोष जताया जा रहा है.इसपर प्रशासक तथा गुटविकास अधिकारी स्पष्टीकरण देकर सुविधाएं दें, अन्यथा तीव्र आंदोलन छेडने का ईशारा गोंड समाज द्वारा दिया गया है.

    इस बस्ती में बडे पैमाने पर गोंड समाज रहता है, लेकिन सामाजिक तौर पर मुलभुत अधिकार इस समाज को नही मिल रहे है, सरकार की ओर से आदिवासीयों के लिए अनेक योजनाएं ग्रामपंचायत स्तर पर चलायी जाती है, लेकिन किसी भी योजना का गोंड बस्ती में क्रियान्वयन होता नही दिख रहा है.

    सुनील मंगाम 

    आदिवासी समाज सेवक

    गोंड बस्ती की जनता पर किया जा रहा अन्याय कितना उचित है, इसका स्पष्टीकरण प्रशासक और गुटविकास अधिकारी दें, इस बस्ती में गंदे पानी की निकासी की व्यवस्था न होने पर तीव्र आंदोलन किया जाएंगा.

    बलवंत कमराम  करंजी