बाढग्रस्त घरों को 1 लाख और किसानों को प्रति एकड 1 लाख की मदद तात्काल घोषित करें,  एसडीओ के जरीए भेजा जिलाधिकारी को ज्ञापन

    Loading

    • 2 पूर्व सरपंचों और गांववासीयों ने एसडीओ के जरीए भेजा जिलाधिकारी को ज्ञापन

    वणी. तहसील के उकणी गांव में अतिवृष्टी और बाढ के कारण खेत जमिन पुरी तरह बाढ के पानी में डुब गयी, जिससे किसानों की फसलें पुरी तरह खराब हो चुकी है. तो दुसरी ओर खेतीहर मजदुरों को काम नही है, इसे ध्यान में लेकर मजदुरों को माईन्स की कंपनीयों में तात्काल रोजगार देने और बाढग्रस्त किसानों को आर्थिक मदद देकर गांव का पुर्नवास और बची हुई जमिन तात्काल संपादीत करें, इसके लिए गांव के दोनों पुर्व सरपंचों संजय रामचंद्र खाडे और संगीता खाडे समेत गांववासीयों ने वणी उपविभागीय अधिकारी के जरीए जिलाधिकारी को ज्ञापन भेजा है.

    जुलाई और अगस्त माह में वर्धा नदी में बाढ आने से तहसील के उकणी इस गांव में बाढ में 150 मकान और 100 से अधिक किसानों की खेती की जमिन फसलों समेत डुब गयी, बाढ में खेतीहर औजार और खाद बाढ में बहकर चले जाने से काफी नुकसान हुआ है.वर्धा नदी में महाबाढ दिन ब दिन रौद्ररुप धारण कर रही है.

    गांव के उत्तर पश्चिम में उकणी कोयला खदान, पुर्व दक्षिण दिशा में वेकोली की निलजई कोयला खदान होने से दोनों खदानों से मिटटी का बडे पैमाने पर उत्खनन होता है, जिससे उंचे ढेर कर गांव के आसपास प्रचंड पैमाने पर मिटटी के पहाड गलत तरीके से बना दिए गए, जिससे गांव को बडे वर्धा नदी की बाढ से नुकसान हो रहा है. एक वर्ष में दो बाढ आने से गांव की जनता दहशत में है,बाढ के कारण गांव के लोगों के घरों और खेती का प्रचंड नुकसान हुआ है, जिससे ग्रामपंचायत के नमुना 8 अ के घरों की सुची के मुताबिक प्रत्येक घर को 1 लाख आर्थिक अनुदान और किसानों को प्रति एकड 1 लाख आर्थिक अनुदान दें, इसके लिए दुबारा सर्वे कर वंचित बाढग्रस्त लोगों और किसानों का तात्काल सर्वे कर उन्हे आर्थिक मदद देने की मांग जनता द्वारा की जा रही है.

    बार बार बाढ और मिटटी की डम्पींग के कारण उकणी गांव संकट में घिर चुका है, जिससे गांववासियों में रोष है. उकणी गांव का तात्काल उचित ठिकाने पर पुर्नवास करने समेत नुकसान का मुआवजा दें, गांववासियों को सभी सुविधा युक्त घरों के रुप में मुआवजा दें, गांव के किसानों की बची हुई 10 फिसद जमिन सरकारी स्तर पर तात्काल संपादीत कर इन किसानों का पुर्नवास कर उन्हे उचित मुआवजा दें,खेती पर आश्रितों को नौकरीयां दे,वर्धा नदी के बाढ में डुबे हर घर और हर किसान को मुआवजा दें, मजदुरों को काम न होने से उन्हे माईन्स की कंपनीयों में रोजगार उपलब्ध करें, एैसी मांग प्रशासन से की गयी है.

    इस संबंध में क्षेत्र के सांसद बालु धानोरकर विधायक संजीवरेड्डी बोदकुरवार, वेकोली मुख्यालय नागपुर के अध्यक्ष,सहप्रबंधक निर्देशक,क्षेत्रीय महाप्रबंधक (वेकोली वणी नार्थ एरिया),क्षेत्रीय महाप्रबंधक (वणी एरिया उर्जाग्राम, टाडाली),उपविभागीय वणी  तथा तहसीलदार को भी ज्ञापन भेजा गया है.ज्ञापन  देते समय पुर्व सरपंच संजय खाडे,संगीता खाडे,ईश्वर खाडे,सतीश खाडे,आशिष बलकी, प्रविण खेमेकर,सतीश लोडे,यश निंदेकर,हिरादेवे, सुरज पारशिवे, अजय खाडे, राजू धांडे आदी मौजुद थे.