करंजी रोड. जिलापरिषद यवतमाल तथा पंचायत समिती पांढरकवडा के तहत आनेवाले करंजी गांव में बिते एक माह से अंधेरे का साम्राज्य है, करंजी गांव यह मोहदा जिप.सर्कल के तहत आता है. मुल करंजी निवासी जिप.सदस्य निमिष मानकर के अधिकारक्षेत्र में आनेवाले इस गांव में महिने भर से अंधेरा कायम है.
नवरात्र के दौरान भी गांव में अंधेरा पसरा है.इस जिप. या पंस.स्तर पर कोई उपाययोजना नही की गयी है. ग्रामपंचायत प्रशासनिक होने के बावजुद जनता की समस्याओं को किसके पास रखे, एैसा सवाल ग्रामवासीयों के सामने है. गांव के व्यक्ती और जिलापरिषद सदस्य होने के बावजुद गांव में अंधेरा रहना दुर्भाग्यजनक माना जा रहा है.
इसके अलावा बिते दो बरसों से ग्रामसभा के अभाव में गांव के विकास कार्य रुके है.ग्रामविकास मंत्रालय के ग्रामसभा लेने के आदेश होने के बावजुद प्रशासक और सचिव ने ग्रामसभा लेने में लापरवाही कर विकासकार्य टालने का प्रयास कीया जा रहा है.इसके बावजुद सरकारी स्तर पर कोई कारवाई नही हो रही है.
इस हालत में जिप.सदस्य तथा अन्य राजनितीक नेता कुंभकर्ण की निंद लेते दिख रहे है. करंजी गांव मे बिते दो माह से डेंग्यू, मलेरिया, टायफाईड जैसे संक्रामक बिमारीयों का प्रकोप है.इसके लिए कौन जिम्मेदार है, बार बार खबरे प्रकाशित होने के बावजुद जिप.सदस्य और प्रशासन गांव की समस्याओं पर ध्यान नही दे रहे है. गांव को अंधेरे से मुक्त करने की मांग अब पालकमंत्री और जिलाधिकारी से की जाएंगी.एैसी जानकारी ग्रामवासीयों ने दी.