कोरोना महामारी के लॉकडाऊन में निस्वार्थ भाव से 13 लाख लोगों का भोजन प्रबंध

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    • कोरोना बाधीत मरीजों कों पोष्टीक आहार,जरुरतमंदों के लिए 2 करोड की अनाज कीट
    • अमानभाई नरसिंघाणी पत्रपरिषद में दी निस्वार्थ सेवा की जानकारी

    यवतमाल. वर्ष 2009 से लेकर अब तक सामाजिक तथा निस्वार्थ भाव से गरीबों, जरुरतमंदों की सेवा कर रहा हूं.आग से बाधित परिवार हो या फिर बिमारी से पिडीत गरीब, जरुरतमंद लोग हर परिवार जरुरी मदद देने,कोरोना महामारी से लगे लॉकडाऊन की भीषण स्थिती में जिला सरकारी अस्पताल में दाखिल कोरोना बाधितों से लेकर लॉकडाऊन के कारण दिक्कतों में फंसे लोगों कों निस्वार्थ भाव से मैने सेवा दी है.

    एैसी जानकारी यवतमाल के प्रसिध्द सामाजिक कार्यकर्ता अमनभाई नरसिंघाणी ने दी.अपने निवास पर आज 15 सितंबर की दोपहर आयोजीत पत्रपरिषद में उन्होने कहा की, लॉकडाऊन और महामारी के इस संकट के दौर में जिलाभर में 13 लाख से अधिक लोगों को खुदा की रहमत और स्व.पिता अब्दुल्लाह नरसिंघाणी के आशिर्वाद से भोजन का प्रबंध करने का मुझे मौका मिला.

    उन्होने बताया की,17 सितंबर को खिदमत ए खल्क अर्थात निस्वार्थ सेवाभाव नामक उनका कार्यालय जल्द ही शुरु होंगा.अपने सामाजिक पृष्ठभूमि पर जानकारी देकर उन्होने बताया की पुरे निस्वार्थ भाव से बिते कोरोना काल और लॉकडाऊन में गरीबों, जरुरमंदों तक राशन पहुंचाया गया.जरुरतवाले स्थानों पर जलापूर्ति,आगबाधीतों को मदद दी गयी.

    मरीजों को दवाईयों का वितरण हुआ,अनेक गरीब परिवारों कों फिलहाल 1 वर्ष के लिए राशन कीट देने का प्रबंध भी किया है.हर दिन 1 हजार जरुरतमंद लोगों को भोजन का प्रबंध कीया जा रहा है.इसके लिए हमने सर्वधर्म समभाव का रास्ता चुना है.इसी विचारधारा के जरीए समाज के सभी वर्गों कों मदद देने का सिलसिला लगातार जारी है.

    जिला सरकारी अस्पताल में कोरोना काल में व्यक्तीगत तौर पर 80 लाख रुपए खर्च कर कोरोना बाधीतों को पौष्टीक भोजन का प्रबंध कीया, इसी दौरान लॉकडाऊन से जुझ रहे गरीब, मध्यमवर्गीय, जरुरतमंद परिवारों के लिए 2 करोड रुपए खर्च कर जरुरी अनाज, किराणा साहित्य कीट का अपने मित्रसमुह की मदद से वितरण कीया.

    अमानभाई ने इस समय कहा की ईश्वर की रहमत से मैं सामाजिक कामों को अंजाम दे रहा हूं, इसके लिए उन्होने अपने छोटे भाई असलम नरसिंघाणी के योगदान के प्रति कृतज्ञता जताते हुए बताया की,अपनी ईमानदारी से की गयी कमाई से वें दोनों भाई जिले में सामाजिक सेवाभाव को अंजाम दे रहे है.हर जरुरतमंद बेसहारा,के लिए मेरा नवनिर्मित खिदमत -ए खल्क कार्यालय खुला रहेंगा.अपने छोटे भाई असलम भाई के योगदान और अपने मित्रसमुह की मानविय मदद से निस्वार्थ सेवाभाव देने की बात अमनभाई नरसिंघाणी ने इस समय कही.

    आगामी विधानसभा चुनाव भी लडेंगे मानधन भी गरीबों की सेवा पर खर्च करेंगे

    इस पत्रपरिषद के दौरान उन्होने खुद के आगामी विधानसभा चुनाव लडने की घोषणा भी कर दी.उन्होने बताया की मैं कीसी विशेष पार्टी का फिलहाल पदाधिकारी नही हुं.समय पडने पर निर्दलीय के तौर पर भी चुनाव लड सकता हुं, उन्होने अपने निस्वार्स्थ सेवाभाव के बलबुते हर वर्ग से योगदान की उम्मीद जताकर कहा की, इसके लिए मुझे शहर और जिले में धर्म,पंथ और सामाजिक संगठनों समेत गरीब तबके का भरपुर साथ मिलेंगा.उन्होने बताया की यदी भविष्य में वें जनप्रतिनिधी बनते है तो मिलनेवाला पुरा मानधन गरीबों की सेवा के लिए खर्च कर दिया जाएंगा.