
पुसद. पुसद तहसील के देवठाणा और लोहरा गांव में शिव रोड खुला करने की मांग को लेकर 17 दिसंबर को यहां के सक्रिया शिकायतकर्ताओं ने की थी. जिसका ज्ञापन तहसीलदार के मार्गदर्शन में नायब तहसीलदार को सौंपा था. इस शिकायत की दखल लेकर रास्ता खुला करने के निर्देश यहां के मंडल अधिकारी ने दिए थे. हालांकि, आज चार दिन बीत जाने के पश्चात भी सड़क खुली नहीं की. इस मार्ग को खुला करने की मांग गांव के नागरिकों से जोर पकड रही है.
तहसील के लोहरा ई. व देवठाणा इन दोनों गांवों की आबादी लगभग तीन हजार है. गाँव में बड़ी संख्या में किसानों का निवास है. फुलवाड़ी गाँव की आबादी लगभग 1,200 है और इस गाँव में बड़ी संख्या में किसान रहते हैं. ऐसे में गांव के किसानों को खेतों और अन्य स्थानों पर जाने के लिए पगडंडी सड़क पर निर्भर रहना पड़ता है. सरकार ने गांव में लगभग 33 फीट चौड़ी सड़क का निर्माण किया है. सड़क पर बड़े पैमाने पर अतिक्रमण से बैलगाड़ियों का आना-जाना मुश्किल हो रहा है.
ट्रैक्टर ट्रक के साथ सड़क पर परिवहन तो दूर की बात है, यहां साधारण पैदल यात्री के लिए भी पैदल चलने के लिए बडी मशक्कत करनी पडती है. जिससे रात में दुर्घटनाएं भी हुई हैं. इसी समय, सड़क पर अतिक्रमण कई छोटे और बड़े विवादों का कारण बना. गाँव के प्रमुख नागरिक और कानूनी और मानवाधिकार, सूचना अधिकार कार्यकर्ता, महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी, एस. राठोड़ ने दखल ली और इसकी शिकायत पुसद के तहसीलदार से की. शिकायत पर संज्ञान लेते हुए बोर्ड के अधिकारियों को भी इलाके में अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए गए हैं. हालांकि, शिकायतकर्ता और पीड़ित क्षेत्र के अतिक्रमण को हटाने के लिए बोर्ड के अधिकारियों को अनिच्छुक होने का आरोप लगा रहे हैं.
यहां के खेत को एक बड़ा झटका लगा है
फील्ड सर्वे नं. यह सड़क 165,207,208,209, 212,213 और 214 क्रमांक के खेतों से सटी हुई है. पत्र प्राप्त होते ही नायब तहसीलदार जी. एन. कदम ने मंडल अधिकारी को साइट का निरीक्षण करने और पगडंडी रोड का अतिक्रमण हटाने के लिए पत्र दिया. आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई. उन्होंने कहा कि वे फिलहाल चुनाव कार्य में व्यस्त हैं. समय मिलते ही मैं इसका निरीक्षण करूंगा. मुझे सड़क पर अतिक्रमण हटाने के लिए निरीक्षण और कार्रवाई का कोई पत्र नहीं मिला है. मेरे पास अभी समय नहीं है क्योंकि मैं चुनाव कार्य में व्यस्त हूं. जब हमें समय मिलेगा, मैं इसका निरीक्षण कर उचित कार्यवाही करूंगा.
-जि.जे. भोरे, मंडल अधिकारी.