- ‘1.5 जीबी में सारा गांव बीजी’ जैसी हालात
यवतमाल. आज के जमाने में हर जगह बच्चों के बीच मोबाइल इंटरनेट का आकर्षण दिनों दिन बढ़ता जा रहा है. अधिकांश घरों में संचार खो जाता है. हर कोई ‘1.5 जीबी सारा गांव बीजी’ की स्थिति में है. हालांकि युवाओं की बढ़ती व्यस्तता के कारण परिवारों को बेवजह कष्ट उठाना पड़ रहा है.
बच्चे बहुत छोटी उम्र से ही कई तरह के व्यसनों का शिकार हो रहे हैं. इससे उत्पन्न होने वाली समस्याओं का सामना माता-पिता को करना पड़ता है. इसके लिए स्कूल सामाजिक संगठनों के माध्यम से जिला और तहसील स्तर पर मोबाइल नशामुक्ति मार्गदर्शन केंद्र चलाने की आवश्यकता है.
बच्चों का अकेलापन बढ़ रहा है, क्योंकि हाल के वर्षों में मोबाइल इंटरनेट का इतना विस्तार हो गया है कि कोई भी इस पर ध्यान नहीं देता है. ‘मेरा बेटा मोबाइल अच्छे से हैंडल करता है. उसे अपने मोबाइल से ही सब कुछ मिल जाता है’, माता-पिता ऐसी प्रशंसा करते है. हालांकि, जैसे-जैसे बच्चे इसमें व्यस्त होते गए, जिससे अब माता-पिता को डर लगने लगा कि बच्चे हाथ से निकल न जाए.