
यवतमाल. शिवसेना के कद्दावार नेता एकनाथ शिंदे ने पार्टी से बगावत करते हुए सियासी भूचाल ला दिया. एकनाथ शिंदे के साथ यवतमाल जिले के पालकमंत्री संदीपान भूमरे और दिग्रस निर्वाचन क्षेत्र के विधायक संजय राठोड भी चले गए है. अब इस स्थिति में यह भी अटकलें लगायी जा रही थी कि शिवसेना की सांसद भावना गवली भी ठाकरे की शिवसेना का दामन छोडकर बगावती नेता शिंदे गुट में शामिल हो जाएगी. लेकिन इन अटकलों को विराम लगते हुए नजर आ रहा है.
हाल की घडी में राज्य की राजनीति में अनेक नाटकीय मोड सामने आ रहे है. यवतमाल जिले में भी राज्य की राजनीति को लेकर रोचक तथ्य सामने आ रहे है. जिले के पालकमंत्री संदीपान भूमरे और विधायक संजय राठोड ने भी बगावत करने की भूमिका अपना ली है. जिसके चलते जिले के शिवसैनिकों में दोनों नेताओं की कार्यप्रणाली को लेकर रोष उमड रहा है. दोनों नेताओं द्वारा बगावती तेवर अपनाए जाने के बाद सांसद भावना गवली भी कहीं पार्टी से बगावत तो नहीं करेगी. इस बात को लेकर जोरशोर से अटकलें लगायी जा रही थीं. लेकिन इन अटकलों को सांसद भावना गवली ने पूरी तरह से विराम लगा दिया है. सूत्रों की माने तो सांसद भावना गवली फिलहाल अपनी निजी समस्याओं से जूझ रही है. इसीलिए सांसद गवली शिवसेना पार्टी के मुख्य बैठकों में शामिल नहीं हो पा रही है. सांसद गवली का शिवसेना से गहरा नाता है. वह पार्टी का अभिन्न हिस्सा है. पार्टी के साथ सांसद गवली कदापि विश्वासघात नहीं करेगी.
शिवसैनिक आज जताएंगे निषेध
पार्टी से बगावत करनेवाले जनप्रतिनिधियों के खिलाफ शहर के शिवसैनिकों द्वारा 27 जून को निषेध जताया जाएगा. शिवसेना के बागी नेताओं को सबक सिखाया जाए, इसकी मांग भी उठायी जाएगी. शहर के तिलक चौक से दत्त चौक तक पैदल रैली निकाली जाएगी. इस दौरान शिवसैनिकों द्वारा बगावती नेताओं के खिलाफ जमकर नारेबाजी की जाएगी.
राठोड के समर्थन में झलके बैनर
शहर में बागी नेता संजय राठोड के समर्थन में अब बैनर भी झलकने लगे है. शहर के बस स्टॉप चौक परिसर में जय सेवालाल गोर बंजारा महासंघ की ओर से संपूर्ण समाज व जिले का विकास करने के उद्देश्य से संजय राठोड को समर्थन दिया है. यह समर्थन वाला बैनर बस स्टॉप चौक परिसर में झलक रहा है.