सांसद भावना गवली के पोस्टर पर बरसायी चप्पले, शिवसेना महिला आघाडी ने किया उग्र निषेध प्रदर्शन

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    यवतमाल. सांसद भावना गवली के खिलाफ आज शिवसेना महिला आघाडी द्वारा शहर में उग्र निषेध प्रदर्शन किया गया.शिववसेना सांसद गवली के उध्दव ठाकरे का साथ छोडकर एकनाथ शिंदे के गुट में जाने के बाद स्थानिय शिवसेना पदाधिकारीयों में सांसद गवली के खिलाफ रोष व्याप्त हो चुका था.

    इसी बीच आज 13 अगस्त को सांसद गवली के यवतमाल जिले में आगमन के दौरान शिवसेना की महिला ईकाई ने स्थानिय दत्तचौक में सांसद गवली के खिलाफ निषेध प्रदर्शन किया.इस दौरान शिवसेना की महिला पदाधिकारी, कार्यकर्ताओं नें सांसद गवली पर शिवसेना पार्टी से गद्दारी कर एक तरह से पार्टी के पिठ में  खंजर घोंपने का आरोप लगाया. साथ ही बैनर पर लगी सांसद गवली के फोटो पर शिवसेना की महिला पदाधिकारी, कार्यकर्ताओं ने जमकर चप्पले बरसाते हुए उनका निषेध जताया.इस आंदोलन में शिवसेना महिला आघाडी की पदाधिकारी, कार्यकर्ता महिलाएं बडी संख्या में शामिल हुए.

    दत्तचौक में सांसद गवली के खिलाफ निषेध प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने कहा की शिवसेना की ओर से महिला सांसद बनाने के लिए महिलाओं ने उन्हे भरपुर सहयोग किया, लेकिन आर्थिक अनियमितताओं के बाद ईडी की जांच के दायरे में आयी सांसद गवली ने खुद को बचाने के लिए पार्टी के साथ गददारी कर बगावती गुट से हाथ मिला लिया.

    जिले की सांसद होने के बावजुद 1 साल से वें जिले में नही आयी, फिलहाल जिले में बाढ और अतिवृष्टी से किसान बर्बाद होने के बावजुद उन्होने किसानों की सुध नही ली, इस बारे में भी सांसद गवली के खिलाफ शिवसेना महिला आघाडी द्वारा रोष जताते हुए उनके खिलाफ तीव्र निषेध प्रदर्शन किया गया.

    टायगर अभी जिंदा है: सांसद भावना गवली

    इसी बीच ईडी की जांच और राज्य में राजनितीक घटनाक्रमों में व्यस्त सांसद भावना गवली लंबे समय बाद यवतमाल जिले में लौटी. बाभुलगांव में उन्होने प्रसारमाध्यम प्रतिनिधीयों से चर्चा की.इस समय सांसद गवली ने पार्टीविरोधी गतिविधीयों और एकनाथ शिंदे गुट से हाथ मिलाने के बाद उनके खिलाफ जारी रोष के पृष्ठभूमी पर कहा की, जो विरोध कर रहे है, उन्हे करने दिजीए, कारण हम हमारे कामों के भरोसे चुनाव जीते है, और कामों के भरोसे ही यहां पर कदम जमाएं रखेंगे.

    इस समय सांसद गवली ने फिल्मी स्टाईल में कहा की टायगर अभी जिंदा है.इससे पहले भी हम जनता के लिए बतौर शिवसेना कार्यकर्ता के तौर पर काम करते रहें.सांसद होने की हवा कभी दिमाग में नही घुसी, आगे भी बालासाहब की शिवसेना में ही हम काम करते रहेंगे, जिले में रेलमार्ग का मुददा हल किया गया है, इसके लिए राज्य सरकार से ली जानेवाली राशि ली जाएंगी, इसके अलावा जिले के विकास के कामों के लिहाज से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस निश्चित तौर पर हमारे साथ रहेंगे.