Navratri 2021
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    • बीते वर्ष 1200 मंडलों ने की थी मां दुर्गा मूर्ति की स्थापना                                                                   

    यवतमाल. शहर सहित जिले में इन दिनों पूरे 9 दिनों तक चलने वाले नवदुर्गा उत्सव की तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच चुकी है. नवदुर्गा उत्सव को लेकर  शहर सहित   जिले भर में  सार्वजनिक दुर्गा उत्सव मंडलों द्वारा भव्य दिव्य मन्दिर के आकार वाले पेंडाल  तैयार किए जा रहे हैं. वहीं आकर्षक झांकियां और विद्युत रोषणाई से दुर्गा मण्डल के पेंडोल को सज़ाया जा रहा है.   जिले में दुर्गा मां  की स्थापना को लेकर सार्वजनिक दुर्गोत्सव मंडलों द्वारा ऑनलाइन आवेदन धर्मदाय आयुक्तालय में पेश किये जा रहे है. अब तक 1500 आवेदन प्राप्त हुए है और सभी को ऑनलाइन मंजूरी भी दे दी गई है. यह जानकारी धर्मदाय आयुक्तालय के प्रमुख सचिन देउलकर ने दी है

    बता दें कि शहर सहित जिलेभर में दुर्गोत्सव की तैयारियां अब अंतिम चरण में पहुंच गई है. यह बता दें कि पूरे देशभर में नवरात्रि का त्योहार उत्साह के साथ मनाया जाता है.यवतमाल जिले में  भव्य दिव्य तरीके से नवदुर्गोत्सव मनाया जाता है. इसीलिए जिले की नवरात्रि को देश में दूसरे स्थान मिला हुआ है. इसके प्रमुख वजह है कि पिछले 3-4 वर्षों से  जिले में पश्चिम बंगाल की तर्ज पर भव्यदिव्य मां दुर्गा की मूर्तियों की स्थापना की जा रही है.   

    दुर्गा पूजा का पर्व हिन्दू देवी दुर्गा की बुराई के प्रतीक राक्षस महिषासुर पर विजय के रूप में मनाया जाता है. अतः दुर्गा पूजा का पर्व बुराई पर भलाई की विजय के रूप में भी माना जाता है. दुर्गोत्सव की तैयारियां जिलेभर में की जा रही है . राज्य में सबसे बड़े दुर्गोत्सव के रूप में यवतमाल जिले की पहचान है.  इस वर्ष बालाजी दुर्गादेवी उत्सव मंडल की ओर से नौसेना के आई एन एस विक्रम जहाज की झांकी साकार की जाएगी. यह झांकी साकार करने के लिए कोलकाता से कारागीर बुलाए गए है. 

    शहर के स्टेट बैंक चौक, चांदनी चौक, जयहिंद चौक , मालीपुरा , शिवाजी चौक , लोखंडी पुल, आठवडी बाजार देवी मन्दिर परिसर में  मां दुर्गा की मूर्तियों की स्थापना को लेकर आकर्षक मंडप तैयार करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंच गई है. इस बार विविध सार्वजनिक मंडलों द्वारा नवरात्र के  पूरे 9 दिनों तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करने के साथ ही गरबे का भी विशेष प्रायोजन किया जा रहा है.  नीरज वाघमारे मित्र मण्डल सहित अन्य छोटे बड़े मंडलों द्वारा युवक युवतियों महिला पुरूष और छोटे बच्चों का उत्साह बढ़ाने के लिए गरबा नृत्य प्रशिक्षण के भी आयोजन किये जा रहे है.

    कोरोना काल से पूर्व  जिलेभर में 1200 सार्वजनिक दुर्गा मंडलों द्वारा  दुर्गा मूर्तियों की स्थापना की गई थी. वहीं इस वर्ष अब तक 1500 सार्वजनिक गणेश मंडलों के आवेदन प्राप्त हो चुके हैं. जिले में 26 सितंबर से शारदीय नवरात्र का आरंभ होनेवाला हैं.  शारदीय नवरात्र उत्सव को देखते हुए शहर सहित जिले के बाजार में भी माँ की साजो सामग्री की दुकानें सज चुकी है. शारदीय नवरात्र उत्सव की शुरुआत होने के बाद पूरे 9 दिनों तक जिलेभर में धार्मिक माहौल का नजारा देखने को मिलेगा.