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    पाटन बोरी. पाटनबोरी से पांढरकवडा रोड के गड्ढों की वजह से वाहन धारकों की दिक्कतें बढ़ गई है.  इन गड्ढों से वजह से छोटे मोटे हादसे लगातार घटित हो रहा है.  गड्ढों को डामर से पाटने की बजाय निर्माण कार्य विभाग की ओर से केवल मुरुम बिछाया जा रहा है. यह मुरुम भारी वाहनों के आवाजाही से उड़ रहा है और फिर से गड्ढे जैसे थे वैसे हालात में नजर आ रहे  है.

    जिसके चलते वाहन धारकों की मुश्किलें बढऩे लगी है. इतना ही नहीं तो डायवर्सन पर जंगली घास उग आई है. लेकिन निर्माण विभाग ने जंगली घास कटाई को लेकर कोई कदम नहीं उठाया है. जिसके चलतेदोनों छोर से वाहन लेकर आवागमन करने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है .  

    बता दें कि  पांढरकवडा से पाटणबोरी मार्ग की हालत काफी बदहाल हो चुकी है. इस मार्ग पर छोटे बड़े गड्ढों की वजह से अक्सर वाहन धारकों को हादसों का शिकार होना पड़ा.इस मार्ग पर अब तक 25 से 27 हादसे हुए हैं. जिनमें से 14 से 15 लोगों की मौत भी हो चुकी है.  यह रास्ता इतना भयावह है कि वाहन धारकों को काफी संभलकर अपने वाहन चलाने पड़ रहा है.  यहां पर पड़े छोटे बड़े गड्ढों को बुझाने को लेकर अखबारों में खबरें प्रकाशित होने के बाद निर्माण कार्य विभाग की ओर से गड्ढों को पक्के डामर का उपयोग कर पाटना आवश्यक था.

    लेकिन निर्माण कार्य विभाग ने  मुरुम का उपयोग कर गड्ढों को भरने का काम किया. लेकिन मुरुम से भरे गड्ढे भारी वाहनों की आवाजाही से जैसे थे वैसे स्थिति में आ गए. इसके लिए ग्रामीणों ने निर्माण कार्य विभाग के लापरवाह कार्यप्रणाली को ज़िम्मेदार ठहराया है. ग्रामीणों ने मार्ग के गड्ढों को डामर का उपयोग कर पाटने की मांग उठाई है.वहीं डायवर्सन के मध्य जो 6 से 7 फुट तक झाडि़यां उग आई है उन झाडि़यों की कटाई भी करने की मांग की है.