संपत्ति कर :वसूली के संबंध में नोटिस जारी करना शुरू किया, चौक-चौक पर लगेगी नगर पालिका के बकायादारों के नाम की सूची

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    यवतमाल. नगर पालिका की ओर से मांगे गए करीब 26 करोड़ के संपत्ति कर में से 12 करोड़ की वसूली हो चुकी है. लेकिन शेष संपत्ति कर 13 करोड़ रुपये अगले 3 माह में वसूलने के लिए नगर पालिका प्रशासन एक्शन मोड में आ गया है. वसूली के लिए कई साहसिक कदम उठाए जाएंगे. इसके साथ ही नगर पालिका ने पिछले कुछ वर्षों से टैक्स देने से बचने वाले बड़े बकायादारों के नामों की सूची अब उनके घरों के पास चौक में एक बैनर पर प्रदर्शित करने की तैयारी की है.

    चालू वर्ष में करदाताओं से 25 करोड़ 76 लाख 15 हजार रुपये संपत्ति कर की मांग की गयी. जिसमें से 12 करोड़ 15 लाख 49 हजार रुपये का संपत्ति कर 31 जनवरी तक वसूल किया जा चुका है. उसके बाद शेष लगभग 13 करोड़ रुपये का शेष संपत्ति कर की वसूली 31 मार्च, 2023 तक वसूला जाना है. चूंकि अगले दो माह में बड़ी मात्रा में टैक्स वसूला जाना है, ऐसे में नगर पालिका प्रशासन अब एक्शन मोड में है. उसमें प्रशासक व मुख्याधिकारी दादाराव डोल्हारकर ने कर विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ बैठक कर कई टिप्स दिए हैं.

    इस वर्ष नगर पालिका ने वसूली को लेकर सख्ती बरतने का निर्णय लिया है. इसमें संपत्ति कर बकाएदारों के नाम उनके मोहल्ले के चौक में लगे फ्लेक्स पर लगाए जाएंगे. बकाएदारों को नोटिस जारी कर दिया गया है और उन्हें मौका दिया जाएगा. इसके बाद इनके नामों की घोषणा की जाएगी. बड़े बकाएदारों के नाम भी समाचार पत्रों में प्रकाशित करने के निर्देश दिए हैं. इसके बाद भी मार्च माह में टैक्स नहीं देने वाले डिफॉल्टरों की संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई की बात कही गई है. लिहाजा स्पष्ट है कि टैक्स वसूली को लेकर नगर पालिका प्रशासन गंभीरता से कार्रवाई करेगा.

    210 लोगों को नोटिस जारी किया गया है

    एक लाख रुपए से अधिक संपत्ति कर बकाया रखने वाले 210 लोगों की सूची तैयार कर ली गई है और सभी को नोटिस जारी किए जा रहे हैं. कहा गया है कि अब तक 150 लोगों को नोटिस जारी किए जा चुके हैं और बाकी लोगों को सोमवार तक नोटिस जारी कर दिए जाएंगे. इसके बाद 50 हजार से अधिक बकाया राशि वाले करीब 300 डिफाल्टरों को भी नोटिस जारी कर कार्रवाई की जाएगी. नगर पालिका से संपत्ति कर की वसूली की जाती है जो खुले प्लॉट धारकों की भी तलाश करेगी. जैसे बिल्ट-अप प्लॉट पर टैक्स लगता है, वैसे ही खुले प्लॉट पर भी टैक्स लगता है. यह कर बहुत कम होता है.

    13 करोड़ रुपए की टैक्स वसूली के लिए प्रशासन एक्शन मोड पर

    नगर पालिका संपत्ति कर वसूल करता है. जिस तरह कंस्ट्रक्शन प्लॉट्स पर टैक्स लगता है, उसी तरह खुले प्लॉट्स पर भी टैक्स लगता है. यह कर बहुत कम होता है. लेकिन खुले प्लॉटों का मालिक कौन है, इसका पता लगाने में दिक्कत आ रही है. इसलिए इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाता है. हालांकि इस साल पुराने टैक्स देने वाले खुले प्लाट धारकों की भी तलाशी ली जाएगी और टैक्स वसूला जाएगा.

    नंबर बोलते हैं

    संपत्ति धारक – 1 लाख 178,  

    निर्माण सहित – 81 हजार 344

    खुले प्लॉट धारक – 18 हजार 824

    नगर पालिका अधिकारियों, कर्मचारियों की नियुक्ति

    कर वसूली के लिए शहर को तीन मुख्य भागों में बांटा गया है और इसकी जिम्मेदारी नगर पालिका के वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई है. इसके अलावा शहर के 23 जोन की जिम्मेदारी 23 अधिकारियों व कर्मचारियों को सौंपी गई है. उनकी मदद के लिए अतिरिक्त स्टाफ दिया गया है. बताया गया है कि नगर निगम कार्यालय में भी कर स्वीकार करने के लिए कर्मचारियों की नियुक्ति की गयी है.

    समय पर टैक्स अदा कर सहयोग करें

    नगर पालिका को संपत्ति कर से होने वाली आय शहर के विकास पर खर्च की जाती है. नगर पालिका संपत्ति कर के माध्यम से सबसे अधिक राजस्व एकत्र करती है. इसलिए यह टैक्स नियमित रूप से चुकाना जरूरी है. यदि कर का भुगतान नियमित रूप से किया जाता है, तो उस पर ब्याज देने की आवश्यकता नहीं होती है. बकायादार भी अपने बकाया कर का भुगतान कर नगर पालीका प्रशासन को सहयोग करें.

    दादाराव डोल्हारकर (मुख्याधिकारी-नगरपालिका)