सरकार में विलीनीकरण की मांग पर निकला एसटी श्रमिकों का आक्रोश मोर्चा

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    • परिवार समेत मोर्चे में शामिल हुए एसटी कर्मचारी
    • जिलाधिकारी कार्यालय पहूंचकर सौंपा ज्ञापन
    • मोर्चे के दौरान महाविकास आघाडी सरकार का जताया निषेध, की नारेबाजी

    यवतमाल. बिते अक्तुबर माह से राज्य परिवहन निगम के एसटी कर्मचारीयों द्वारा सरकार में विलीनीकरण की मांग को लेकर हडताल की जा रही है, लेकिन सरकार ने कर्मचारीयों की मांग पर कोई हल नही निकाला है, इससे एसटी श्रमिकों में रोष व्याप्त है,इसी के चलते आज यवतमाल में रापनि के हडताली कर्मचारीयों नें यवतमाल शहर में आक्रोश मोर्चा निकालकर जिला कचेरी पर दस्तक दी.

    इस मोर्चे में एसटी कर्मचारी अपने परिवार समेत शामिल हुए. इस दौरान एसटी को सरकार में विलीनीकरण करने की मांग करते हुए इस पर फैसला ना लेने पर महाविकास आघाडी सरकार का मोर्चे में शामिल एसटी श्रमिकों ने निषेध जताते हुए सरकार और परिवहन मंत्री के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की.

    आज 1 दिसंबर को स्थानिय संविधान चौक डा.बाबासाहब आंबेडकर पुतला परिसर में सुबह से एकत्रीत हुए सैंकडों हडताली एसटी कर्मचारीयों ने जोरदार नारेबाजी की, इसके बाद हाथों में विलीनीकरण और कर्मचारीयों के आर्थिक मुददे लिखे फलक लेकर जिला कचेरी की ओर मोर्चे के रुप में प्रस्थान किया.

    इसमें एसटीकर्मीयों के परिवार और उनके बच्चे भी शामिल हुए.आक्रोश मोर्चे को देखते हुए यवतमाल शहर पुलिस थाने के थानेदार नंदकिशोर पंत की अगुआई में आजाद मैदान और जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में व्यापक पुलिस प्रबंध लगाया गया था.महिला पुरुष, एसटी कर्मीयों का मोर्चा जिला कचेरी पर पहूंचा, जहां पर पुलिस ने मुख्य द्वार पर बैरिकेड लगाकर मोर्चे को रोका.

    इसके बाद एसटी श्रमिक कृती संघर्ष समिती और मनसे के पदाधिकारी अनिल हमदापुरे, देवा शिवरामवार के प्रतिनिधीमंडल ने जिलाधिकारी अमोल येडगे को ज्ञापन सौंपा, जिसमें एसटी श्रमिकों की मांगों को तात्काल हल करने और एसटी को सरकार में विलीनीकरण करने के लिए सरकार द्वारा तात्काल फैसला लेने की मांग की गयी.

    आक्रोश मोर्चे के दौरान एसटीकर्मीयों के हडताल और आक्रोश आंदोलन को मनसे ने समर्थन दिया.जिससे मोर्चे में एसटी कर्मीयों समेत मनसे के कार्यकर्ता भी शामिल हुए.

    मनसे के पदाधिकारी अनिल हमदापुरे ने इस समय मोर्चे को संबोधित करते हुए कहा की, सरकार की एसटी हडताल पर भुमिका को लेकर निषेध जताते हुए आज लोकतांत्रिक तौर पर मोर्चा निकालकर विरोध प्रकट किया गया,आगामी समय में यदी सरकार रापनि कर्मीयों की समस्याएं हल नही करती है तो मनसे द्वारा आक्रमक भुमिका अपनाकर तीव्र आंदोलन किया जाएंगा.