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    • आज शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मचारी स्कूलों में पहुंचेंगे
    • छात्र प्रवेश से पहले स्कूलों की तैयारियों पर जोर

    यवतमाल. शैक्षणिक सत्र की शुरुआत 27 जून से हो रही है. वहीं विद्यार्थियों का स्कूलों में प्रवेश 29 जून से आरंभ होगा. स्कूल के पहले दिन ही कक्षा पहली से आठवीं में पढ़ने वाले छात्रों को निशुल्क पाठ्य पुस्तकों का वितरण किया जाएगा.

    बता दें कि शैक्षणिक सत्र प्रारंभ होने से पूर्व जिला परिषद, नगर परिषद, शासकीय व निजी अनुदानित स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा में पढने वाले छात्रों को पाठ्यपुस्तकों का वितरण किया जाता है. इस वर्ष भी छात्रों को निशुल्क पाठ्य पुस्तकें बांटी जाएगी. पहली से आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्रों के लिए बीते मई माह के दूसरे सप्ताह से अमरावती पाठ्यपुस्तक मंडल से तहसील स्तर पर पाठ्य पुस्तकों की ढुलाई की गई. तकरीबन 2 लाख 79 हजार 625 पाठ्यपुस्तकों का वितरण तहसीलस्तर पर किया गया. वहीं इस बार एकात्मिक पाठ्यपुस्तक उपक्रम के लिए जिले की दो तहसीलें चुनी गई.

    इनमें दारव्हा और पुसद तहसील का समावेश है. एकात्मिक उपक्रम में कक्षा पहली से सातवीं के छात्रों को पूरे विषय मिलाकर एक पाठ्यपुस्तक दी जाएगी. जिससे छात्रों के स्कूल बैग का बोझ हल्का होगा. वहीं आठवीं के छात्रों को नियमित पाठ्यपुस्तकें दी जाएगी. एकात्मिक पाठ्यपुस्तक उपक्रम केवल दारव्हा और पुसद तहसील के लिए चलाया जा रहा है. वहीं संपूर्ण पाठ्य पुस्तकों की खेप बीते 31 मई तक तहसील स्तर पर पहुंचायी गई.

    इसके बाद तहसील स्तर से प्रत्येक स्कूल निहाय पाठ्यपुस्तकों का वितरण किया किया जा चुका है.   तहसील द्वारा वितरित पाठ्यपुस्त यवतमाल 15152, कलंब 53047, बाभुलगाव 46356, दारव्हा 54378, दिग्रस 96080, नेर 60424, पुसद 134857, उमरखेड 178120, महागांव 132336, पांढरकवडा 80942, घाटंजी 73980, रालेगांव 53287,वणी 75290,मारेगांव 37769, आर्णी 103401, झरी जामणी 39933 कुल 1371752 पाठयपुस्तकों का वितरण कक्षा पहली से आठवीं में पढनेवाले एससी,एसटी, बीपीएलधारक विद्यार्थियों को किया जाएगा.

    कोरोना में हुए नुकसान को भरकर निकालने सेतू पाठ्यक्रम

    माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से कोरोना काल में विद्यार्थियों के हुए शैक्षणिक नुकसान को भरकर निकालने के लिए सेतू पाठ्यक्रम चलाया जाएगा. यह सेतू पाठ्यक्रम 45 दिनों तक विद्यार्थियों को सीखाया जाएगा. इस पाठ्यक्रम का उद्देश्य यह है कि कक्षा नववीं में प्रवेश करनेवाले विद्यार्थियों को कोरोना काल में उनका जो शैक्षणिक नुकसान हुआ है, उस नुकसान को भरकर निकालने के लिए उन विद्यार्थियों को कक्षा सातवीं और आठवीं के पाठ्यक्रम का कुछ पाठ पढाया जाएगा. इसके बाद विद्यार्थियों को नियमित पाठ्यक्रम पढाया जाएगा.

    29 से तीन दिन स्कूल, महाविद्यालयों को दी जाएगी भेंट

    स्कूलें शुरू होने के बाद शिक्षा विभाग के अधिकारी लगातार तीन दिनों तक जिले के प्रत्येक स्कूल, महाविद्यालयों में भेंट देंगे. इस भेंट के दौरान शिक्षा विभाग के अधिकारियों की टीम स्कूल, महाविद्यालयों का बारीकी से अवलोकन करेंगी. वहां पर विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध करायी गयी सुविधाओं पर भी ध्यान देगी. स्कूलों में कोरोना नियमावली का पालन किया जा रहा है या नहीं इस बात पर भी ध्यान देगी.

    विद्यार्थियों के प्रवेश से स्कूल, महाविद्यालयों में फिर लौटेंगे पूराने दिन

    कोरोना महामारी के दो साल घरों में बीतने के बाद विद्यार्थियों का स्कूल, महाविद्यालयों में प्रवेश होनेवाला है. जिससे इस बार फिर से पूराने दिन लौट आएंगे. जिले के 3346 स्कूलों में 506836 विद्यार्थियों का प्रवेश होगा. इनमें 2568 प्राथमिक स्कूलों में 239127, 429 माध्यमिक स्कूलों में 105345 व उच्च माध्यमिक 349 स्कूलों में 162364 विद्यार्थियों का पंजीयन किया गया है. यह सभी विद्यार्थी स्कूल, महाविद्यालय खुलने के पहले दिन शामिल होंगे.

    विद्यार्थियों को दी जाएगी खिचडी

    29 जून से स्कूलों में पढने के लिए आनेवाले छात्रों को स्कूलों में पकायी जानेवाली खिचडी का वितरण करने की प्रक्रिया आरंभ की जाएगी. कोरोना काल में विद्यार्थियों को केवल चावल का वितरण किया जा रहा था. अब विद्यार्थियों को स्कूल में पकायी जानेवाली खिचडी मधान्ह भोजन में वितरित की जाएगी.

    इसी तरह पहली से आठवीं के छात्रों को पाठ्यपुस्तकों के साथ ही गणवेश का भी वितरण किया जाएगा. स्कूलें प्रारंभ होने से पूर्व शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारी 27 और 28 जून को स्कूलों में जाकर साफ सफाई की जाएगी, इसके बाद कोरोना को लेकर नागरिकों और छात्रों में जनजागृति की जाएगी. 12 से 15 आयु समूह के छात्रों का कोरोना टीकाकरण जरूरी है. सभी से टीका लगवाने को लेकर जनजागृति की जाएगी. वहीं शिक्षकों से दोनों डोज लगवाने के साथ ही बूस्टर डोज लेना अनिवार्य किया गया है. स्कूलों में छात्रों को सोशल डिस्टेसिंग का पालन, हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने को लेकर आवश्यक जानकारियां दी गई है. कोरोना महामारी को देखते हुए छात्रों को कोरोना नियमावली का पालन करना जरूरी किया गया है.