उमरखेड. तहसील में 46 हजार 2o5 किसान खातेदार है, इस सभी किसान खातेदार को सरकार का किसी भी तरह का नियंत्रण नही होने की वजह से बिमा कंपनी के कर्मचारियों ने तहसील के किसानों की क्षति की वस्तूस्थिती सरकार को बताने के लिए बिमा कंपनी के कर्मचारियों को खुश करना होगा अन्यथा बिमा कंपनी से नाम गायब होने की धमकी देकर किसानों से 300 रूपये की ठंगी करने का अबज तरीका निकाला है, इस कर्मचारियों पर कार्यवाही करने की मांग किसानों की ओर से की जा रही है.
किसानों से बिमा कर्मचारियों ने 1 करोड 38 लाख 61 रुपये लूटे है, साथ ही विषिष्ट प्रजाजी का फसल समेत सोयबीन , कपास, तुअर, मूग, गन्ना, ज्वारी इस फसलों का बिमा तहसील के किसानों ने निकाला है.
किसानों ने सेतु केंद्र चालक का प्रति खातेदार फार्म जमा करने के लिए 100 रुपये दिए है, किसानों ने कूल राशि 47 लाख 46 हजार 205 रुपये जमा की है. इसकी वसुली तहसील के गाव गांव में सर्वेक्षण के नाम से बिमा कंपनी के कर्मचारी कर रहे है. साथ ही नुकसान की वास्तूस्थिती दिखाने के लिए प्रति खातेदार 300 रुपये न नही दिए तो बिमा कंपनी का कोई भी लाभ नही मिलेगा ऐसी धमकी किसानों को दी जा रही है. इस वजह से किसान कंपनी के कर्मचारियों को पैसे दे रहे है.
इस किसानों के हीत को लेकरर उमरखेड तहसीलदार आनंद देऊलगावकर को धानोरा (सा.) के किसान दत्तात्रय काले ने भ्रमणध्वनी व व्हाँटस अॅप के माध्यम से बिमा कंपनी के कर्मचारी किस प्रकार की किसानों की लूट कर रहे है इसकी जानकारी दी लेकिन अब तक बिमा कर्मचारियों पर कोई भी कार्यवाही नही की गई है.
दत्तात्रय काले (किसान धानोरा (सा.))