ढाणकी नगर पंचायत का कामकाज चल रहा बिना मुख्याधिकारी के, नागरिकों की बढ़ी परेशानियां

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    ढाणकी. ढाणकी में नगर पंचायत की स्थापना होने के बाद से यह नप केवल प्रभारियों के भरोसे पर ही चलायी जा रही है, लेकिन अब तो यहां कि नगर पंचायत का कामकाज पिछले कुछ दिनों से बिना मुख्याधिकारी के चलाया जा रहा है. जिसके चलते नागरिकों की परेशानियां बढ़ गयी है. ढाणकी वासियों ने यहां पर स्थायी मुख्याधिकारी की नियुक्ति करने की मांग की है.

    बता दें कि नगर पंचायत की स्थापना होने के बाद से यहां का कामकाज प्रभारी के भरोसे ही चलाया जा रहा है. ढाणकी नगर पंचायत में निवासी मुख्याधिकारी के रूप में आकाश सुरडकर की नियुक्ति की गई थी. लेकिन केवल एक साल की अवधि में ही उनका प्रशासनिक कारणों के चलते तबादला किया गया. तब से लेकर अब तक ढाणकी नगर पंचायत का प्रभार उमरखेड नगर परिषद के मुख्याधिकारी चारुदत्त इंगोले ने संभाले रखा था. लेकिन  उनका तबादला होने के बाद से ढाणकी नगर पंचायत को नया मुख्याधिकारी मिलना चाहिए था. लेकिन अब तक नया मुख्याधिकारी नहीं मिल पाया है.

    सरकारी काम शहर में बड़े पैमाने पर किए जा रहे है, यह काम उचित ढंग से किए जा रहे है या नहीं इस संबंध में शिकायत दर्ज कराने के लिए मुख्याधिकारी नहीं होने से नागरिकों को परेशानियां आ रही है. शहर में चलाए जा रहे सरकारी काम और नगर पंचायत कर्मचारियों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. शहर में महीने में दो बाल नलों से पानी पहुंच रहा है. इसीलिए लोगों को पानी खरीदना पड रहा है या फिर सिर पर बर्तन लेकर खेतों की खाक छानकर पानी लाना पड़ रहा है.

    पैनगंगा नदी पात्र से ढाणकी नगर में जलापूर्ति करने के लिए लाखों रुपए सरकार ने खर्च किए है. नदी पात्र में पर्याप्त जल भंडार है. लेकिन केवल मुख्याधिकारी नहीं रहने की वजह से नागरिकों को जल संकट का सामना करना पड रहा है. ढाणकी ग्रामपंचायत रहते समय भी प्रभारी का ग्रहण था और नगर पंचायत बनने के बाद भी प्रभारी का ग्रहण अब तक नहीं छूटा है. बीते आठ दिनों से नगर पंचायत का कामकाज पूरी तरह से रामभरोसे चलाया जा रहा है. इस ओर वरिष्ठों से ध्यान देने की मांग की जा रही है.