किसानों के लिए यह काली दिवाली- भाजपा

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    • जिलाधिकारी कार्यालय में भाकरी खाकर मनायी भाजपा पदाधिकारीयों ने दिवाली

    यवतमाल. इस वर्ष यवतमाल जिले में अतिवृष्टी और वापसी की बारिश ने खरीफ फसल पुरी तरह बर्बाद कर दी है, दिपावली के पुर्व आयी इस आफत से जिले में किसानों में आर्थिक संकट छाया हुआ है, तो दुसरी ओर सरकार की ओर से कोई मदद नही मिल पायी है.

    जिससे जिले में इस बार किसानों की यह काली दिवाली है, एैसी आलोचना भाजपा यवतमाल ने की है. आज 1 नवंबर कों किसानों कों समय पर सरकार द्वारा मदद न देने का आरोप लगाते हुए यवतमाल भाजपा द्वारा आंदोलन करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय में बैठकर पिठलं भाकरी खाकर सरकार का विरोध जताया गया.

    राज्य सरकार की किसान विरोधी निती होने से ही बडे पैमाने पर अतिवृष्टी से किसानों को नुकसान होने के बावजुद उन्हे अब भी नुकसान मुआवजा सरकार नही दे रही है,साथ ही विपक्ष की आवाज यह सरकार नही सुन नही है, जिससे यह सरकार बहरी होने की आलोचना इस समय की गयी.इसी के चलते किसानों पर इस बार काली दिपावली मनाने की नौबत आयी है.एैसी बात भाजपा पदाधिकारीयों ने की.

    काला चष्मा, कान की मशिन सरकार को भेंट

    इस समय किसानों को अतिवृष्टी से हुए नुकसान का मुआवजा देने समेत विभीन्न मांगों को लेकर भाजपा के पदाधिकारी, और कार्यकर्ता दोपहर में यवतमाल जिलाधिकारी कार्यालय पहूंचे.इस समय सभी ने जिलाधिकारी के दालान के सामने बैठकर रोटी, खाकर दिपावली मनाते हुए सरकार किसान विरोधी नितीयों के कारण बर्बाद किसानों को मुआवजा नही मिल रहा है, एैसा आरोप लगाया.

    मुक्के,अंधे और बहरी सरकार को प्रतिकात्मक तौर पर कान की कोरनी, काला चष्मा, लकडी, और कान की मशिन भेंट दी गयी.एैसी जानकारी भाजपा पदाधिकारीयों ने दी. आंदोलन में भाजपा महिला आघाडी की जिलाध्यक्षा माया शेरे, भाजपा जिला महामंत्री राजु पडगिलवार, शंतनू शेटे समेत बडे पैमाने पर पदाधिकारी, कार्यकर्ता इस आंदोलन में शामिल हुए.