- तेंदुपत्ता संकलन के लिए जा रहे मजदुरों को सतर्क रहने वनविभाग की सलाह
पांढरकवडा. तहसील के ढोकी वाई परिसर में बिते दो तीन माह से बाघ के संचार के कारण दहशत काफी बढ चुकी है.ढोकी वाई के निकट भुरकी पोड परिसर में इस बाघ का बडे पैमाने पर संचार हो चुका है, यह बाघ बिते बरस से इस परिसर में घुम रहा है, साथ ही करंजी,मुंजाला,तिवसाला परिसर में भी इस बाघ के मुक्त तौर पर घुमने की जानकारी वनविभाग के कर्मचारीयों द्वारा दी गयी है.
ढोकी(वाई) शिवार के अशोक चौधरी के खेत के निकट 13 मई की मध्यरात्री 1 बजे के दौरान यह बाघ घुमता दिखाई दिया, जिससे क्षेत्र में तेंदुपत्ता संकलन करनेवाले मजदुरों को सतर्क रहना जरुरी हो चुका है.
बताया जाता है की फरवरी माह में इस परिसर में तेंदुआ भी घुम रहा था,उस दौरान मवेशी चरानेवाले वासुदेव रामपुरे यह चरवाहा मवेशी लेकर ढोकी वाई के निकट जंगलों में गया था तब तेंदुए ने गाय के बछडे पर अचानक हमला कर बछडे को मार डाला था, अब ढोकी वाई परिसर में बाघ और तेंदुए का संचार ध्यान में लेकर मजदुरों और किसानों को सतर्क रहने सलाह वनविभाग ने दी है.
ढोकी परिसर में बाघ और तेंदुए के मुक्त संचार को देखतेक हुए वनविभाग ने एक ओर नागरिकों, मजदुरों, किसानों को सतर्क रहने की बात कही है, वहीं जंगलों में लगे ट्रैप कैमरे में भी बाघ और तेंदुआ कैद हुआ है, इन दिनों तेंदुपत्ता संकलन का काम जोरो पर चल रहा है, जिससे मजदुर वर्ग जंगलों में बडे पैमाने पर जा रहा है, लेकिन हिंसक प्राणीयों के मुक्त संचार को ध्यान में लेकर असमय जंगल में जाना टालें, उसी तरह वनविभाग की सुचनाओं का पालन करनें एैसी जानकारी भी वनविभाग नागरिकों को दे रहा है.