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मुकुटबन. झरी जामणी तहसील के अधिकांश गांवों में खेती ही आजीविका का एकमात्र साधन है. इस क्षेत्र में किसानों और खेतिहर मजदूरों की संख्या भी सबसे अधिक है. वर्तमान में खरीफ मौसम के कार्य खेतों में चल रहे है. ऐसे में परिसर में बाघ के उत्पात से खेती कार्य प्रभावित हो गए हैं. खेती में फसलों की रखवाली करने वाले किसान रात में खेतों में जाते हैं, जिससे परिसर में विचरण कर रहे बाघ से किसान, खेतमजदूरों की जान को खतरा उत्पन्न हो गया है, जिससे बाघ का बंदोबस्त करने की मांग किसानों ने की है. तहसील के पवनार के मधुकर लेंनगुले के खेत में 26 जून की शाम 5.30 बजे के दौरान बाघ बैठी अवस्था में देखकर खेत में काम करने वाले किसान, खेत मजदूरों दहशत निर्माण हो गई है.

तहसील में सोयाबीन, कपास, तुअर आदि फसलों के बीज की बुआई की गई हैं. बोए गए सोयाबीन व तुअर जंगली सुअर खेतों में मिट्टी को उखाड़कर खा रहे हैं. बहुत मेहनत कर उगाई फसल पर वन्यजीव रोही, जंगली सुअर दिन और रात में चट कर जाते हैं. रात में खेत की रखवाली के लिए खेत में बनाए गए मचान के पास बाघ बैठा दिखाई दिया. इस बीच वहीं आसपास के व्यक्ति ने मोबाइल के कैमरे में बाघ को कैद कर लिया. क्षेत्र में बाघ के दर्शन होने से किसान, खेतमजदूरों में दहशत का माहौल बना हुआ है. क्षेत्र के किसान और नागरिकों ने बाघ का बंदोबस्त करने की मांग वन विभाग से की है.