उंदरणी का शौचालय हुआ लापता, निर्माण कार्य न करते उठा ली सरकार से शौचालय की सरकारी राशि

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    घाटंजी. जिले में नए नए विवादीत मामलों से सुर्खीयां बटोरनेवाली घाटंजी पंचायत समिती में फिर से एक नया भ्रष्टाचार उजागर हुआ है.इस तहसील के उंदरणी ग्रामपंचायत में सार्वजनिक शौचालय का निर्माणकर्या पुरा न करते हुए ही सरकारी स्तर पर इसके निर्माणकार्य के पुरा होने की जानकारी देकर राशि हासिल कर ली गयी है, लेकिन उंदरनी में सार्वजनिक शौचालय का निर्माणकार्य तक नही किया गया, इस मामलें के उजागर होने के बाद पंचायत समिती स्तर पर हडकम्प मचा हुआ है.

    प्राप्त जानकारी के मुताबिक यह आर्थिक अनियमितता होने से ग्रामपंचायत उंदरनी के सदस्य अमोल गावंडे ने पंस. के बीडीओ से शिकायत की थी, लेकिन इस गंभीर मामलें में बीडीओ स्तर पर कोई कारवाई न होने से ग्रापं.सदस्य गावंडे ने इस मामलें में सीधी देश के प्रधानपमंत्री नरेंद्र मोदी से सरकारी स्तर पर शिकायत दर्ज की है.

    जिसें उन्होने उंदरनी ग्रापं.में सामान्य फंड में 8 अक्तुबर 2020 को 1 लाख 20 हजार रुपए सार्वजनिक शौचालय के लिए राशि जमा होने के बाद सचिव और सरपंच ने मिलकर खुद के आर्थिक लाभ के लिए इस राशि को सरकारी स्तर पर हासिल कर लिया.इसके 2 साल बितने पर भी गांव में आज तक सार्वजनिक शौचालय का निर्माण नही किया गया है.इस आर्थिक अनियमितता में दोषीयों पर ग्रामपंचायत अधिनियम के तहत उचित कारवाई कर उन्हे निलंबित करें और फौजदारी मामला दाखिल करें, एैसी मांग प्रधानमंत्री और जिप. के मुख्य कार्यकारी अधिकारी से शिकायत के जरीए की है.

    प्राप्त जानकारी के मुताबिक घाटंजी पंचायत समिती में अनेक ग्राम पंचायतों में सार्वजनिक और व्यक्तीगत लाभ योजना के तहत लाभार्थीयों के बैंक खातों में शौचालय की राशि न डालकर ठेकेदार के नाम पर अनके ग्रामपंचायतों को राशि दी गयी है, इसके अलावा शौचालय न बनाते हुए ही प्रति लाभार्थी 12 हजार रुपयों का अनुदान दिया गया है.लेकिन इस मामलें में जांच पडता के लिए जब बीडीओ पहूंचे, तब उन्हे इसमें कुछ अनुचित नही दिखा.इसे लेकर हैरानी जतायी जा रही है.

    तहसील में 40 ग्रामपंचायतों में सार्वजनिक शौचालय के लिए 2 लाख रुपयों का सरकारी अनुदान दिया जाता है, इनमें अनेक सार्वजनिक शौचालय केवल शो पीस बने हुए है,जबकी अनेक ठिकानों पर इनके निर्माणकार्य नही किए गए है, उन ठिकानों पर पानी की कोई सुविधा नही पहूंची है, ग्रामपंचायत उंदरनी में तो सार्वजनिक शौचालय न बनाकर ही 1 लाख 20 हजार रुपयों का सरकारी अनुदान हासिल कर लिया है, 2 वर्ष बितने पर भी इसका निर्माण नही किया गया है, जिससे स्वच्छ भारत मिशन योजना में लाखों रुपयों का भ्रष्टाचार कर इसकी विस्तृत जांच करने पर बडा भ्रष्टाचार उजागर होने का अनुमान जताया जा रहा है, इस मामलें में प्रशासन किस तरह की कारवाई करता है, इस ओर सभी का ध्यान टिका हुआ है.

    गांव में सार्वजनिक शौचालय का निर्माण न करते हुए ही इसकी सरकारी स्तर पर राशि हासिल करना और इसका निर्माण न करना यह खुले तौर पर सरकार के साथ धोखाधडी है, प्रशान ने इस गंभीर मामलें में नजरअंदाजी करने पर आंदोलन के अलावा विकल्प नही होंगा.

    अमोल गावंडे ग्रामपंचायत सदस्य उंदरणी

    तत्कालीन ग्रामसेवक ने इस सार्वजनिक शौचालय की राशि उठायी है, लेकिन इसके बावजुद इस शौचालय का काम अधुरा है.

    ए.डी. ठाकरे ग्रामसेवक,उंदरणी