शिक्षकों की पदोन्नति में रिक्त पदों का रोडा; प्रधानाध्यापक के 268, केंद्र प्रमुख के 137और विस्तार अधिकारियों के लिए 16 पद रिक्त

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    यवतमाल: जिले में तबादलों की पृष्ठभूमि में रविवार, 20 फरवरी तक शिक्षकों के रिक्त पदों की जानकारी शासन स्तर से मांगी गई है। इस सूचना के जारी होने के बाद प्रधानाध्यापक, केंद्र प्रमुख और विस्तार अधिकारियों की पदोन्नति में वृद्धि होने की संभावना है। इसलिए शिक्षा विभाग में इतनी बड़ी संख्या में पद स्थायी रूप से खाली रहने की संभावना है।

    जिला परिषद प्राथमिक शिक्षा विभाग के अधिकार क्षेत्र में आने वाले प्राथमिक विद्यालयों के मुख्याध्यापकों के 418 पद स्वीकृत किये गये हैं, लेकिन वर्तमान में 268 पद रिक्त हैं। इसके अलावा उर्दू माध्यम में 16 पद स्वीकृत और 14 रिक्त हैं। केंद्र प्रमुखों की 180 पद स्वीकृत है, लेकिन अबतक लगभग 137 पद रिक्त है। पंचायत समिति स्तर पर शिक्षा विस्तार अधिकारी के 16 पद रिक्त हैं। इसके चलते स्कूल का मुख्याध्यापकों समेत केंद्र प्रमुखों का प्रभार अन्य को देना पड रहा है।

    सरकार ने रविवार 20 फरवरी तक जिले के भीतर जिला परिषद प्राथमिक शिक्षकों के तबादले के लिए रिक्त पदों सहित आवश्यक जानकारी को पूरा करने के निर्देश दिए हैं। इससे पूर्व मुख्याध्यापक, केंद्र प्रमुख, विस्तार अधिकारी के रिक्त पदों को तत्काल पदोन्नति द्वारा भरा जाना आवश्यक है। केंद्र प्रमुख के पद सितंबर 2013 से नहीं भरे गए हैं, जबकि मुख्याध्यापक के पद दिसंबर 2019 से नहीं भरे गए हैं। 

    ग्रामीण विकास विभाग  19 जनवरी 2022 एवं विभागीय आयुक्त की 20 जनवरी 2022 के पत्र के अनुसार, 20 फरवरी तक स्थानान्तरण पात्र शिक्षक, विशेष श्रेणी एक एवं दो की सूची, रिक्त पदों की सूची एवं समानीकरण हेतु संभावित रिक्तियों की सूची, दुर्गम क्षेत्रों के विद्यालयों की सूची घोषित करने के निर्देश दिये गये हैं। इसलिए तत्काल पदोन्नति से शिक्षा विभाग की समस्याओं का समाधान होने की संभावना है। प्राथमिक शिक्षक समिति की ओर से मांग की गई है कि मुख्याध्यापकों, केंद्रप्रमुखों और विस्तार अधिकारियों के रिक्त पदों को पदोन्नति से भरा जाए।

    जिला परिषद प्राथमिक शिक्षा विभाग ने अस्थायी रूप से वरिष्ठ शिक्षकों की सूची प्रकाशित की थी। अधिकांश शिक्षकों से गोपनीय रिपोर्ट, जिम्मेदारी के प्रमाण पत्र और खाता जांचपडताल की जानकारी मागी गई थी। तीन महीने से अधिक समय बीत गया, लेकिन पदोन्नति का मामला नहीं सुलझा।

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