उमरखेड. जहां एक तरफ गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. वहीं दूसरी ओर तहसील के टाकली गांव में रहनेवाले नागरिकों की अपनी विविध मांगों को लेकर रास्ता रोको, अनशन व टंकी पर चढ़कर वीरूगिरी आंदोलन करते हुए प्रशासन का ध्यान खींचने का काम किया. जिससे राजस्व प्रशासन व पुलिस विभाग की नींद उड़ गई.
पानी की टंकी पर चढ़कर वीरूगिरी करनेवाले युवकों के साथ जिलाधिकारी की ओर से चर्चा करने और उपविभागीय अधिकारी का लिखित आश्वासन मिलने के बाद ग्रामवासियों ने अपना अनशन समाप्त कर दिया. उमरखेड़ तहसील के टाकली में रहनेवाले ग्रामीणों ने उमरखेड़ से टाकली तक के 8 किमी मार्ग के लिए 11 अगस्त 2022 में अनशन किया था. इस दौरान जनप्रतिनिधि और प्रशासन की ओर से दिया गया आश्वासन विफल साबित हुआ. जिसके बाद 24 जनवरी से गांव के बुजुर्गों सहित नागरिकों ने आंदोलन छेड़ दिया.
इतना ही नहीं तो 25 जनवरी की रात शालेय छात्रों के सांस्कृतिक कार्यक्रम में लिए तैयार किए गए पेंडाल पर आंदोलनकारियों ने कब्जा कर लिया. जिसके बाद शालेय छात्रों के सांस्कृतिक कार्यक्रम को रद्द करना पड़ा. वहीं दोपहर के दौरान जिजाऊ बिग्रेड की जिलाध्यक्ष सरोज देशमुख द्वारा प्रशासन को दिए निवेदन के बाद संजय गांधी चौक में सरोज देशमुख के नेतृत्व में रास्ता रोको आंदोलन की तैयारी में थे. तभी आंदोलनकारी महिलाओं को पुलिस ने रोक दिया. जिसके बाद आंदोलनकारी महिलाओं ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
महादेव मंदिर नजदीक पानी की टंकी पर चढकर 6 युवकों ने वीरूगिरी आंदोलन किया. जिससे प्रशासन में खलबली मच गई. शाम के समय जिलाधिकारी अमोल येडगे ने वीरूगिरी करनेवाले युवकों के साथ चर्चा की व उपविभागीय अधिकारी की ओर से दिए गए लिखित आश्वासन के बाद आंदोलन समाप्त कर दिया गया. इस दौरान सुबह से ही तहसील परिसर में पुलिस का कड़ा बंदोबस्त देखने को मिला. उपविभागीय अधिकारी डॉ . व्यंकट राठोड , उपविभागीय पुलिस अधिकारी प्रदीप पाडवी, थानेदार अमोल मालवे ने दंगल नियंत्रण टीम सहित महिला पुलिस का बंदोबस्त था.
पालकमंत्री ने आंदोलन की नहीं ली दखल
टाकली ( राजापुर ) के ग्रामवासियों के वीरूगिरी, रास्ता रोको के दौरान जिले के पालकमंत्री संजय राठोड़ उमरखेड से केवल 15 किमी दूरी पर आनेवाले चिल्ली गांव के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जा रहे थे. पालकमंत्री संजय राठोड़ कुछ समय पर ही आंदोलनस्थल पर पहुंचकर आंदोलनकारियों से चर्चा करने की जानकारी प्रशासन की ओर से दी जा रही थी. वहीं पालकमंत्री के आने के बाद ही आंदोलन वापस लेने की बात पर आंदोलनकारी अड़े हुए थे, लेकिन पालकमंत्री संजय राठोड यह चिल्ली से सीधे बंदी क्षेत्र में आनेवाले चिखली से निकल गए. जिससे आंदोलनकारियों में नाराजगी देखने को मिली.
SDO ने नहीं किया आश्वासन का पालन
पिछले 14 अगस्त को अनशन के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष नितिन भूतड़ा, विधायक नामदेव ससाने व उपविभागीय अधिकारी, उपविभागीय अभियंता ने 100 रुपयों के स्टाम्प पेपर पर लिखकर दिया आश्वासन भी टूट गया यह आरोप टाकलीवासियों ने लगाते हुए आंदोलन किया. इस संबंध में भाजपा जिलाध्यक्ष नितिन भूतडा व विधायक नामदेव ससाणे ने स्प्ष्ट बताया कि 95 फीसदी आश्वासन पूरा किया गया है. टाकली गांव में पक्के रास्तों की समस्या शेष सवा महीने में हल की जाएगी. विरोधियों ने आंदोलनकारियों को भडकाने का काम किया है.