amrinder
File Pic

    Loading

    नई दिल्ली: पंजाब की राजनीति में उथल-पुथल मचा हुआ है। मुख्यमंत्री पद से कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपना इस्तीफा दे दिया है। इसी के साथ उनके पूरे मंत्रिमंडल ने राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को अपना त्यागपत्र सौंप दिया है। वहीं अमरिंदर सिंह के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपने पत्ते खोल दिए हैं। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद जफ़र इस्लाम ने एक समाचार चैनल से बात करते हुए कहा कि, “पार्टी में देशभक्तों के लिए दरवाजे हमेशा खुले होते हैं।”

    अमरिंदर सिंह भाजपा नेताओं के संपर्क में: सूत्र 

    सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अमरिंदर सिंह पिछले कई दिनों से भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओं के संपर्क में बने हुए है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमरिंदर सिंह की निकटता किसी से छुपी नहीं है। कैप्टन जब भी दिल्ली जाते हैं तो उन्हें आसानी से प्रधानमंत्री से मुलाकात करने का समय मिल जाता है। वह गृहमंत्री अमित शाह से भी लगातार मिलते रहे हैं। 

    वहीं  अमरिंदर सिंह ने खुद बताया था कि, 2017 के विधानसभा चुनाव के समय जब उन्हें पार्टी द्वारा उपेक्षित किया जा रहा था तो उन्होंने सोचा था कि, वह भाजपा में शामिल हो जाएं। 

    अमरिंदर सिंह के जरिए किसान आंदोलन समाप्त करना 

    सूत्रों के अनुसार, भाजपा अमरिंदर को अपने पाले में लेकर शुरू किसान आंदोलन को समाप्त कराना चाहती है। और आने वाले चुनाव में अमरिंदर के सहारे बड़े मजबूती से पंजाब की राजनीति में अपनी उपस्थिति दर्ज कराना चाहती है। ज्ञात ही कि, कृषि कानूनों के विरोध में सबसे ज्यादा मुखर अमरिंदर ही रहे हैं। पंजाब पहला राज्य था, जिसने तीनों कानून के विरोध में विधानसभा से अध्यादेश पारित किया था।

     

    ज्ञात हो कि, पिछले कई महीनों से पंजाब कांग्रेस ने उठापठ शुरू है। कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह के बीच लगतार लड़ाई शुरू है। सिद्धू लगातार अमरिंदर पर हमला कर रहे थे। वहीं उनके सिद्धू के समर्थक विधायक लगातार केंद्रीय नेतृत्व से अमरिंदर सिंह को हटाकर किसी नए को मुख्यमंत्री बनाया जाए।