नई दिल्ली: पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (CM Charanjit Singh Channi) सोमवार को विभिन्न मुद्दों पर बातचीत करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के दिल्ली स्थित आवास पर पहुंचे। चन्नी यूक्रेन से पंजाबी छात्रों को निकालने और भाखड़ा-ब्यास प्रबंधन बोर्ड के सदस्यों के नियमों में बदलाव के मुद्दे पर चर्चा की ।
अमित शाह से मुलाकात के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने सोमवार को कहा कि बैठक के दौरान जिस मुख्य मुद्दे पर चर्चा हुई वह भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) था। मुलाकात के बाद चन्नी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि , “मैंने गृह मंत्री से इस पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया। उन्होंने मुझे आश्वासन दिया कि वह 1-2 दिनों में अपने मंत्री के साथ चर्चा करेंगे और पंजाब की इच्छा के अनुसार कार्य करेंगे।”
Main issue was BBMB (Bhakra Beas Management Board), officers should be deployed like earlier. Centre wants to deploy people from outside. I requested HM to reconsider it. Heassured me that he'll discuss with his minister in 1-2 days & act as per Punjab's wish: CM after meeting HM pic.twitter.com/ur77S4CPPw
— ANI (@ANI) March 7, 2022
वहीं, उन्होंने ने बताया, हमारे 997 छात्र यूक्रेन में थे, जिनमें से 420 लौट आए हैं, 200 पोलैंड गए हैं और लेकिन कुछ लोग अभी भी फंसे हुए हैं।” उन्हें वापस लेन के लिए मैंने गृहमंत्री को अनुरोध किया। जिसके बाद उन्होंने आश्वासन दिया कि वे इस बात पर नजर रखे हुए हैं और छात्र जल्द ही वापस आ जाएंगे।
बीबीएमबी का गरमाया मुद्दा
गौरतलब है कि, पंजाब में कई राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने केंद्र सरकार के इस कदम का कड़ा विरोध करते हुए,नियमों में बदलाव को लेकर विवाद शुरू कर दिया है। वहीं, भाजपा ने आरोप लगाया कि कुछ नेताओं ने इस मामले में भ्रम पैदा करने का जानबूझकर प्रयास किया है।
बीबीएमबी, जो पंजाब पुनर्गठन अधिनियम, 1966 के तहत एक वैधानिक निकाय है और सतलुज और ब्यास के जल संसाधनों का प्रबंधन करता है, में एक पूर्णकालिक अध्यक्ष और दो सदस्य होते हैं। परंपरा के अनुसार, सदस्य (शक्ति) हमेशा पंजाब से होता है और सदस्य (सिंचाई) हरियाणा से होता है। उनका चयन वरिष्ठ इंजीनियरों के एक पैनल से किया जाता है। लेकिन अब चयन के नियमों में बदलाव से कोई भी इन पदों के लिए आवेदन कर सकता है।