चंडीगढ़: पंजाब विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी हो चुकी है। सभी राजनितिक दल लगातार प्रचार लगे हुए हैं। वहीं राज्य में सत्ता में बैठी कांग्रेस लगातार आतंरिक कलह से जूझ रही है। सीटों को लेकर एक बार फिर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू आमने सामने आ गये हैं। जिसके कारण बची सीटों को लेकर उम्मीदवारों के नाम तय करने के बुलाई बैठक में कुछ नहीं हो पाया है। इस बात की जानकारी सूत्रों ने शनिवार को दी।
सूत्रों के अनुसार, पंजाब में लड़ाई जारी है। पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 के लिए उम्मीदवारों के चयन के लिए बुलाई गई कांग्रेस मुख्य चुनाव समिति की बैठक पीसीसी प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के बीच मतभेद के कारण अनिर्णायक रही।”
पंजाब में 20 फ़रवरी को मतदान होने वाला है। लेकिन राज्य के दो प्रमुख नेताओं के बीच मतभेद होने के कारण बची हुई 31 सीटों पर उम्मीदवार तय नहीं हो पा रहा है। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस की केंद्रीय नेतृत्व ने बची हुई सीट पर चर्चा करने के लिए एक उप-समिति का गठन किया है। इस समिति में कांग्रेस महासचिव संगठन केसी वेणुगोपाल, वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी और पंजाब की कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन शामिल हैं।