वार्षिक अमरनाथ यात्रा को तीर्थयात्रियों के लिए सुरक्षित बनाने के प्रयास जारी: उपराज्यपाल

    Loading

    जम्मू: जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने रविवार को कहा कि हिमालय में अमरनाथ के 3,880 मीटर ऊंचाई पर स्थित पवित्र गुफा मंदिर की वार्षिक यात्रा को श्रद्धालुओं के लिए ‘आरामदायक, आधुनिक और सुरक्षित’ बनाने के वास्ते निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनका प्रशासन पवित्र गुफा की यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों के लिए विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के अलावा ‘लंगरों और भंडारों (सामुदायिक रसोई सेवा प्रदाता) की सुविधा के लिए भी प्रतिबद्ध है।

    एक आधिकारिक प्रवक्ता ने यहां बताया कि उपराज्यपाल ‘लंगरों और भंडारों’ के विभिन्न संघों के सदस्यों के साथ बातचीत कर रहे थे, जो यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की सेवा करते हैं। यात्रा गर्मियों में दक्षिण कश्मीर में पहलगाम और मध्य कश्मीर के गंदेरबल जिले के बालटाल के मार्गों से होती है।

    अधिकारी ने बताया कि श्री अमरनाथ बर्फानी लंगर संगठन (एसएबीएलओ) और श्री अमरनाथ यात्रा भंडारा संगठन (एसएवाईबीओ) का प्रतिनिधित्व करने वाले 20 सदस्यों ने दिल्ली में उपराज्यपाल से मुलाकात की और यात्रा के सुचारू संचालन के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। उपराज्यपाल ने कहा, ‘‘पवित्र यात्रा करुणा, आध्यात्मिकता, सेवा और शांति का प्रतीक है। यात्रा को अधिक आरामदायक, आधुनिक और तीर्थयात्रियों के लिए सुरक्षित बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।”

    प्रवक्ता ने बताया कि सिन्हा ने पिछले दो वर्षों में यात्रियों के लिए सुविधाओं में सुधार और बुनियादी ढांचे के विकास के बारे में संघों के प्रतिनिधियों को सूचित किया। उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल ने इस बात पर गौर किया कि तीर्थयात्रियों को गुफा मंदिर में जाने के लिए बेहतर भोजन और ठहरने की सुविधा प्रदान करने के लिए तीन यात्री निवास बनाए जा रहे हैं।