शिमला. हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के लाहौल -स्पीति (Lahaul-Spiti) में बादल फटने (cloudburst) और भारी बारिश (Heavy Rain) के बाद जगह-जगह भूस्खलन (Landslide) होने से 175 पर्यटक फंस गये हैं। एक वरिष्ठ आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। जिले के एक प्रवक्ता ने बताया कि उपायुक्त नीरज कुमार ने उन्हें वहां से निकालने के लिए राज्य सरकार से हेलीकॉप्टर का सहयोग मांगा है।
राज्य आपदा प्रबंधन के निदेशक सुदेश कुमार मोखटा ने बताया कि मौसम के कारण राज्य सरकार के हेलीकॉप्टर से कल मदद लेने की योजना बनायी गयी है। उन्होंने कहा कि उदयपुर पट्टन घाटी में फंसे 175 लोगों में 60 महिलाएं एवं 16 बच्चे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें सड़क मार्ग से निकालना मुश्किल जान पड़ता है क्योंकि पांगी होकर गुजरने वाले मार्ग के शुक्रवार शाम तक तैयार होने की संभावना नहीं है तथा खराब मौसम के कारण जिले में कई रास्ते एवं पुल क्षतिग्रस्त हो गये हैं।
पंजाब के होशियारपुर के पर्यटक रवींद्र सूद ने पीटीआई-भाषा को एसएमएस के जरिए कहा, ‘‘हाल में लाहौल घाटी के झलमान, शांसा और थिरोट क्षेत्रों में बादल फटने के कारण त्रिलोकिनाट में 100 से अधिक और फूडान के गांवों में 35 से अधिक पर्यटक फंसे हुए हैं।”
सूद ने कहा कि यह पता नहीं चल पाया कि झालवन और उदयपुर गांवों में कितने लोग फंसे हैं। पहले सूद ने पीटीआई-भाषा से कहा था कि टेलीफोन नेटवर्क काम नहीं कर रहा है। संपर्क करने पर लाहौल-स्पीति के उपायुक्त नीरज कुमार ने कहा कि फंसे हुए लोगों को एक मंदिर में ठहराया गया है और उन्हें पर्याप्त भोजन दिया जा रहा है। उनके अनुसार 72 लोग त्रिलोकिनाट में फंसे हैं। (एजेंसी)