जयपुर. झारखंड सरकार द्वारा ‘श्री सम्मेद शिखरजी’ को पर्यटक स्थल घोषित करने के निर्णय के खिलाफ अनशन कर रहे जैन मुनि सुज्ञेयसागर महाराज का आज सुबह स्वर्गवास हो गया। उन्होंने सांगानेर (जयपुर) स्थित जैन मंदिर में अंतिम सांस ली।
सुज्ञेयसागर महाराज झारखंड के गिरिडीह जिले में स्थित पवित्र जैन तीर्थ श्री सम्मेद शिखर जी को बचाने के लिए 25 दिसंबर से अनशन पर बैठे थे। मंगलवार दोपहर उन्हें श्रमण संस्कृति संस्थान में समाधि दी गई।
Sanganer, Rajasthan | Jain monk Sugya Sagar Maharaj died today morning after fasting since 25th December 2022 against the decision of the Jharkhand government to declare 'Shri Sammed Shikharji' a tourist place.
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) January 3, 2023
सम्मेद शिखर जी को पर्यटन स्थल की सूची में शामिल किये जाने पर जैन समुदाय में रोष है। राज्य सरकार के इस फैसले के खिलाफ देशभर में विरोध हो रहा है।
बता दें कि पारसनाथ की पहाड़ियों पर स्थित सम्मेद शिखरजी जैन समुदाय का सबसे बड़ा तीर्थ है। जैन समुदाय के लोग पारसनाथ की पहाड़ियों में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के राज्य सरकार के कदम का विरोध कर रहे हैं।