चंडीगढ़: भारतीय सीमा सुरक्षा बल को मिले नए अधिकार को लेकर कांग्रेस और केंद्र सरकार आमने सामने हैं। कांग्रेस जहां इसे राज्य सरकार के अधिकारों पर अतिक्रमण बता रही है। वहीं केंद्र इसे राष्ट्र और सीमा की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण बता रहा है। वहीं केंद्र के इस फैसले को कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी अपना समर्थन दिया है। कैप्टन के इस समर्थन पर कांग्रेस बिफर गई है। पंजाब सरकार में मंत्री परगट सिंह ने हमला बोलते हुए अमरिंदर को भाजपा का आदमी बताया है।”
परगट सिंह ने गुरुवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “मैंने हमेशा कहा है कि कैप्टन सिर्फ बीजेपी के साथ हैं। पहले वह धान खरीद में देरी करने के लिए दिल्ली गए थे और अब यह… यदि आप पंजाब में बीएसएफ की तैनाती कर रहे हैं तो यह राज्यपाल शासन लागू करने के आपके इरादे को दर्शाता है।”
उन्होंने कहा, “मैं केंद्रीय गृह मंत्री से अपील करना चाहता हूं कि 2022, 2024 के चुनावों के लिए पंजाब को अलग-अलग दिशाओं में न ले जाएं। हम किसी को भी पंजाब को सांप्रदायिक बनाने की इजाजत नहीं देंगे।”
I want to appeal to Union Home Minister to not take Punjab in different directions for the 2022, 2024 elections. We will not allow anyone to make Punjab communal: Punjab Congress MLA Pargat Singh pic.twitter.com/Co113p7zYN
— ANI (@ANI) October 14, 2021
केंद्र करे अपने निर्णय की समीक्षा
केंद्र सरकार के इस निर्णय पर पंजाब के उपमुख्यमंत्री ओपी सोनी ने कहा, “यह राज्य का अधिकार है। केंद्र राज्य को तुरंत लेना चाहता है। केंद्र और राज्य को अपनी-अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। केंद्र को आदेश की समीक्षा करनी चाहिए।”
It is state right. The Centre wants to take state's right away. Centre & state must look after their own responsibilities. Centre should review the order: Punjab Deputy CM OP Soni on Centre extending BSF jurisdiction in the state pic.twitter.com/JjVzNJ2dNu
— ANI (@ANI) October 14, 2021
ज्ञात हो कि, केंद्र सरकार ने सीमा सुरक्षा को लेकर बड़ा निर्णत लिया है। जिसके तहत बीएसएफ को अंतराष्ट्रीय सीमा से 50 किलोमीटर तक के क्षेत्र में तलाशी लेने की इजाजत दे दी है। केंद्रीय गृह मंत्रालय यह निर्णय लगातार हो रही घुसपैठ और पाकिस्तान से आ रहे हथियारों को देखते हुए लिया।