प्रयागराज. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रयागराज (Prayagraj) में फाफामऊ (Phaphamau) के गोहरी गांव (Gohari Village) में 24 नवंबर को एक ही परिवार के चार लोगों की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। जिसमें पति-पत्नी, उनकी पुत्री और एक पुत्र शामिल है। वहीं अब इस हत्याकांड के बाद शुक्रवार को कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा पीड़ित परिजनों से मिलने पहुंचीं। यहां उन्होंने पीड़ित परिवार के साथ काफी देर तक बातचीत की और उन्हें हिम्मत दी।
पीड़ित परिवार से मिलकर उनकी पीड़ा साझा करने के बाद प्रियंका ने इस घटना के लिए पुलिस और प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया।उन्होंने कहा कि दबंगों द्वारा लगातार इनका उत्पीड़न किया जा रहा था और पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही थी। पुलिस अगर सख्ती दिखाती तो यह हादसा नहीं होता।
प्रियंका ने कहा, “इससे पहले इस परिवार के साथ 2019 में फिर 2020 में और 2021 के सितंबर में मारपीट की गई और अब उनकी हत्या कर दी गई।” उन्होंने कहा, “जब दबंगों ने 2019 में इस दलित परिवार के साथ मारपीट की थी तो पुलिस ने पहले कार्रवाई क्यों नहीं की और इन्हें सुरक्षा क्यों नहीं दी। प्रदेश में जहां -जहां मैं जा रही हूं, मैं देख रही हूं कि दलितों को न्याय नहीं मिल रहा है।”
The family is in terror. All of them are women, the male member works in Jharkhand. They don't know what will they do alone, somebody can come & torment them. Police didn't help them: Priyanka Gandhi Vadra meets the members of a family whose 4 members were murdered in Prayagraj pic.twitter.com/GkoosHe4ku
— ANI UP (@ANINewsUP) November 26, 2021
प्रियंका ने कहा कि, “मैं पूछना चाहती हूं कि इन्हें न्याय क्यों नहीं मिल रहा? जिस तरह ये घटना हुई है मैं उससे खुद हिली हुई हूं और परिवार दहशत में है। ये सभी महिलाएं हैं, पुरुष सदस्य झारखंड में काम करता है। वे नहीं जानते कि वे अकेले क्या करेंगे, कोई आकर उन्हें पीड़ा दे सकता है। पुलिस ने उनकी मदद नहीं की।”
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि, “कल यहां से दो पुलिस कर्मियों को हटाया गया गया। महिलाएं बताती हैं कि जब वे शिकायत करने जाती थीं तो पुलिसकर्मी उनका मजाक उड़ाते थे।”
प्रियंका ने आगे कहा, “ऐसी परिस्थिति को देखकर शासन और प्रशासन के लोग कैसे चुप रह सकते हैं? आज संविधान दिवस है और संविधान में लिखा है कि इस तरह के हादसे नहीं होने चाहिए, अगर होते हैं तो कार्रवाई होनी चाहिए। दलितों पर अत्याचार हो रहा है तो क्या सब ऐसे ही चुप बैठेंगे?”
उल्लेखनीय है कि प्रयागराज के गंगापार स्थित फाफामऊ के लाल मोहन गंज गांव में बुधवार की रात फूलचंद (50 वर्ष), उसकी पत्नी मीनू देवी (45 वर्ष), बेटी सपना (17 वर्ष) और बेटा शिवा (13 वर्ष) की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। पड़ोस के ही सामंती गुंडों पर हत्या का आरोप है।