Champat Rai
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    अयोध्या. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Mandir) का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। यहां अब तक नींव के पहले चरण का काम पूरा हो गया है। वहीं दूसरे चरण का निर्माण कार्य मध्य नवंबर तक पूरा किया जाएगा। इस बात की जानकारी श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय (Champat Rai) ने दी है।

    भगवान राम की जन्मभूमि पर मंदिर के निर्माण का कार्य तेज़ गति से चल रहा है। 2023 के दिसंबर तक गर्भगृह में भगवान के दर्शन प्रारंभ हो जाएंगे। नींव के लिए भूमि को मज़बूत करने का काम सितंबर में पूरा हो गया। इसके ऊपर नींव के दूसरे चरण का काम नवंबर के दूसरे सप्ताह तक पूरा हो जाएगा। इसके बाद मंदिर का फर्श बनाने का काम शुरू कर देंगे।

    चंपत राय, महासचिव, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र

    बता दें कि राम मंदिर 360 फीट लंबा, 235 फीट चौड़ा और 161 फीट ऊंचा होगा। मंदिर का निर्माण लार्सन एंड टुब्रो (L&T) कर रहा है। ट्रस्ट के अनुसार भव्य मंदिर की आधारशिला आधुनिक तकनीकों का प्रयोग कर रखी जाएगी ताकि इसे 1500 से अधिक वर्षों तक संरक्षित किया जा सके।

    गौरतलब है कि 9 नवंबर 2019 में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की संविधान खंडपीठ (Constitution Bench) के  तत्कालीन चीफ जस्टिस ऑफ़ इंडिया रंजन गोगोई (CJI Ranjan Gogoi) के नेतृत्व वाली पीठ ने राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र (Shri Ram Janma Teerath Kshetra) के पक्ष में फैसला सुनाया था। जबकि सुन्नी वक्फ बोर्ड को अयोध्या में ही 5 एकड़ जमीन देने का आदेश दिया था। जिसके बाद वक्फ बोर्ड को अयोध्या के धन्‍नीपुर गांव में जमीन दी गई थी। जहां मस्जिद की जगह एक लाइब्रेरी और एक अस्पताल बन रहा है।